विद्यार्थियों और प्राध्यापकों को राहत
प्राध्यापकों ने बताया कि पाठ्यक्रम में गलतियों के कारण स्वयंपाठी विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही थी। कॉलेजों में तो विद्यार्थी शिक्षकों की सहायता से गलतियों को समझकर सुधार लेते थे, लेकिन स्वयंपाठी छात्रों को परेशानी झेलनी पड़ रही थी। संशोधित पाठ्यक्रम जारी होने पर सभी को राहत मिली है। सभी हिन्दी महाविद्यालयों को संशोधित पाठ्यक्रम सौंप दिया गया है।