READ MORE : –
PATRIKA GROUND REPORT : कर्फ़्यू के दौरान आने जाने वाले छह ट्रेनों के 1200 यात्री परेशान, कई पैदल घर पहुंचे वहीं, पुलिस ने ऑटो रिक्शा चालकों के लिए शर्त भी रखी है कि तय दरों से अधिक किराया नहीं वसूला जाए। यदि कोई रिक्शा चालक अधिक किराया वसूलेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। महिधरपुरा थाना प्रभारी आर.के. धुलिया ने बताया कि कैब, ऑटो रिक्शा को रात्रि कर्फ़्यू के दौरान आवश्यक कार्यों के लिए छूट दी है। स्टेशन पर ऑटो रिक्शा चालक यात्रियों से अधिक किराया वसूल रहे थे, इसलिए भी उन्हें हटाया गया था।
गौरतलब है कि 22 नवम्बर को पत्रिका टीम रात्रि कर्फ़्यू का जायजा लेने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंची थी। वहां मौजूद कुछ रिक्शा चालकों ने बताया था कि रात में स्टैण्ड पर रहने वाले 75 ऑटो रिक्शा को महिधरपुरा पुलिस ने हटा दिया है। कर्फ़्यू के दौरान सुबह तक आधा दर्जन ट्रैन स्टेशन पर आती हैं। इनमें करीब 1200 यात्री होते हैं।
ऐसे में न सिर्फ हमारे जैसे रात में रिक्शा चलाने वालों के लिए, बल्कि यात्रियों के लिए भी मुश्किल होगी। क्योंकि कैब की संख्या कम है। इस बातचीत के कुछ ही देर बाद गोवा से आई ट्रेन के दर्जनों यात्री स्टेशन से निकले। कुछ तो परिजनों के साथ चले गए, लेकिन कई लोग ऑनलाइन कैब व ऑटो रिक्शा नहीं मिलने से परेशान दिखे। कुछ काफी देर खड़े रहे तो कई यात्रियों ने पैदल ही घरों की राह पकड़ी।
चैम्बर ने भी की व्यवस्था, बस का समय बढ़ा :
यात्रियों की परेशानी देखते हुए चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने भी कारों के जरिए यात्रियों को नि:शुल्क घर पहुंचाने का इंतजाम किया है। वहीं, मनपा संचालित 9 रूटों की सिटी बसों का समय भी रात्रि साढ़े नौ बजे तक किया गया है। ताकि नौ बजे से कर्फ़्यू लगने के बाद स्टेशन आने-जाने वाले गन्तव्य तक पहुंच सकें।