जिला शिक्षा अधिकारी ने जिन स्कूलों को सतर्क रहने का आदेश दिया है, उनमें सरकारी, अनुदानित और निजी स्कूल शामिल हैं। प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों का निरीक्षण करने का फैसला किया गया है। निरीक्षण कभी भी हो सकता है, इसलिए सभी स्कूलों को सभी तरह के प्रमाणपत्रों के साथ तैयार रहने का आदेश दिया गया है। स्कूलों को विद्यार्थी, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों के उपस्थिति पत्रक तैयार रखने होंगे।
स्कूल का वार्षिक लेखा-जोखा, विषयों का वार्षिक आयोजन, प्रोक्सी बुक, विजिटर बुक और कर्मचारियों की सीएल रिपोर्ट भी तैयार रखनी होगी। सरकार ने विद्यार्थियों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करवाने का आदेश दे रखा है। ऑनलाइन उपस्थिति की रिपोर्ट तैयार रखनी होगी। विद्यार्थियों के एलसी की भी जानकारी मांगी जा सकती है। विद्यार्थियों के आधार कार्ड, लेबोरेटरी, पुस्तकालय, कम्प्यूटर की जानकारी भी तैयार करनी पड़ेगी। स्कूलों को अलग-अलग माध्यमों की जानकारी तैयार रखनी होगी।
विद्यार्थियों की सुरक्षा पर खास ध्यान
निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाएगा। स्कूल की स्ट्रक्चरल रिपोर्ट, फायर सेफ्टी की सुविधा और सेफ्टी प्लान पर निरीक्षण टीम की खास नजर रहेगी।