सावन महीने में महाराष्ट्रीयन समाज में कानबाई माता की स्थापना और जलाभिषेक की परंपरा है।
सूरत में लाखों की संख्या में बसे महाराष्ट्रीयन परिवारों ने इस परंपरा को यहां भी जारी रखा है। घरों में कानबाई माता की स्थापना के बाद माता की तापी नदी तक विसर्जन यात्रा निकाली जाती है और नदी के जल से अभिषेक किया जाता है।
सोमवार सुबह एनजीओ और शिवसैनिकों ने डक्का घाट पर ट्रेक्टर में ही कृत्रिम तालाब का निर्माण किया। इसमें कानबाई माता का जलाभिषेक किया गया।