मध्यरात भगवान का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया।
मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव पर झांकी, अखण्ड ज्योत, माखन-मिश्री पंजीरी भोग के अलावा भजनसंध्या के आयोजन किए गए।
मंदिर प्रांगण में जन्मोत्सव, दहीहांडी, भजन संध्या व बधाई के कार्यक्रम हुए।
गौसेवकों ने मेरो छोटो सो गोपाल कान्हो, गैया चरावे..., कोई म्हाने कह गयो रे सांवरिया घर आने की...आदि भजनों की प्रस्तुति दी। बाद में मध्यरात्रि जन्मोत्सव मनाया गया।