कथा के प्रथम दिन मंदिर से पोथीयात्रा निकली गई। इसमें माछी समाज की महिलाएं और कन्याएं सिर पर कलश लेकर मंगल गीत गाते हुए चलीं।
कथा के प्रथम दिन मंदिर से पोथीयात्रा निकली गई। इसमें माछी समाज की महिलाएं और कन्याएं सिर पर कलश लेकर मंगल गीत गाते हुए चलीं।