उन्होंने बताया कि हादसे के लिए पूरी तरह से मनपा प्रशासन जिम्मेदार है। जिन्होंने इमारत के निर्माण व उपयोग की मंजूरी दी। इम्पैक्ट फीस लेकर ऊपरी मंजिल पर अवैध रूप से बनाए गए फाइबर के शेड को वैध कर दिया गया। दक्षिण गुजरात बिजली कंपनी ने भी इमारत के ठीक बगल से मात्र चार फीट की दूरी से हाइटेंशन केबल निकाल दी। हादसे के लिए ऊपर से नीचे तक जितने भी प्रशासनिक अधिकारी जिम्मेदार हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, तभी हालात सुधरेंगे।
घटनास्थल को कॉर्डन करना पड़ा
हादसे के बाद से मौके पर सैकड़ों आक्रोशित लोग पहुंचे। भीड़ पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने इमारत के आस-पास का पूरा इलाका कॉर्डन कर दिया। आलाधिकारियों के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर रखा है।