पौधारोपण कर दिया खुशहाली का संदेश
वापी. राजस्थान पत्रिका की ओर से शुरू किए गए हरित प्रदेश अभियान के अंतर्गत रविवार को करमबेला में 140 पौधों का रोपण किया गया। पेड़ों को खुशहाली का आधार मानने वाले लोगों के उत्साह में बरसाती माहौल भी बाधा नहीं बना। पत्रिका के इस अभियान में शामिल होते हुए करमबेला ग्राम पंचायत की ओर से पौधे उपलब्ध करवाए गए थे। जिन्हें प्लानेट ग्रुप के सदस्यों के सहयोग से दारुठा नदी के किनारे और पास स्थित श्मशान भूमि में लगाया गया। इस दौरान 20 बंगाली बबूल, 30 बादाम, 20 गुलमोहर, पांच नीम, पांच जामुन, दस आम, 20 नीलगिरी, दस सगाौन तथा गुलमोहर समेत अन्य किस्म के पौधे लगाए गए। नदी के किनारे मिट्टी के कटान रोकने के उद्देश्य से वहां बबूल के पौधे लगाए गए। इस कार्य में प्लानेट ग्रुप व गांव के विशाल शाह, भरत भट्ट, धर्मेश पटेल, नीरज पटेल, विनोद पटेल, धर्मेन्द्र भट्ट, अरुण पटेल, अंजल पटेल, रितेश व अन्य पूरे उत्साह के साथ जुड़े। ग्रुप के सदस्यों ने पौधों के देखरेख की भी जिम्मेदारी ली है। विशाल शाह ने बताया कि पेड़ों का जीवसृष्टि के लिए कितना महत्व है, यह सभी लोगों की समझ में आ गया है। राजस्थान पत्रिका ने आगे बढ़कर इसके लिए मुहिम शुरूकर पर्यावरण के लिए चिंतित लोगों को प्लेटफार्म उपलब्ध कराया है। बरसात के मौसम में अन्य लोगों को भी पौधारोपण करना चाहिए। इसके अलावा रोफेल कॉलेज के पास भी नीम के पांच पौधे रोपे गए।
वापी. राजस्थान पत्रिका की ओर से शुरू किए गए हरित प्रदेश अभियान के अंतर्गत रविवार को करमबेला में 140 पौधों का रोपण किया गया। पेड़ों को खुशहाली का आधार मानने वाले लोगों के उत्साह में बरसाती माहौल भी बाधा नहीं बना। पत्रिका के इस अभियान में शामिल होते हुए करमबेला ग्राम पंचायत की ओर से पौधे उपलब्ध करवाए गए थे। जिन्हें प्लानेट ग्रुप के सदस्यों के सहयोग से दारुठा नदी के किनारे और पास स्थित श्मशान भूमि में लगाया गया। इस दौरान 20 बंगाली बबूल, 30 बादाम, 20 गुलमोहर, पांच नीम, पांच जामुन, दस आम, 20 नीलगिरी, दस सगाौन तथा गुलमोहर समेत अन्य किस्म के पौधे लगाए गए। नदी के किनारे मिट्टी के कटान रोकने के उद्देश्य से वहां बबूल के पौधे लगाए गए। इस कार्य में प्लानेट ग्रुप व गांव के विशाल शाह, भरत भट्ट, धर्मेश पटेल, नीरज पटेल, विनोद पटेल, धर्मेन्द्र भट्ट, अरुण पटेल, अंजल पटेल, रितेश व अन्य पूरे उत्साह के साथ जुड़े। ग्रुप के सदस्यों ने पौधों के देखरेख की भी जिम्मेदारी ली है। विशाल शाह ने बताया कि पेड़ों का जीवसृष्टि के लिए कितना महत्व है, यह सभी लोगों की समझ में आ गया है। राजस्थान पत्रिका ने आगे बढ़कर इसके लिए मुहिम शुरूकर पर्यावरण के लिए चिंतित लोगों को प्लेटफार्म उपलब्ध कराया है। बरसात के मौसम में अन्य लोगों को भी पौधारोपण करना चाहिए। इसके अलावा रोफेल कॉलेज के पास भी नीम के पांच पौधे रोपे गए।