धूमधाम से मनाया प्रकाश पर्वकीर्तन दरबार में संगत ने नानक नाम में खुद को लीन किया
550th Birth Anniversary of Guru Nanak Dev: गुरु नानकदेव के उपदेशों पर चलने का लिया संकल्प
वापी. गुरु नानकदेव के उपदेशों पर चलने के संकल्प के साथ मंगलवार को उनकी 550वीं जयंती पर प्रकाश पर्व के रुप में उल्लासपूर्वक मनाया गया। सुबह से ही चणोद स्थित गुरुद्वारे में कीर्तन दरबार सज गए थे। कीर्तन दरबार में संगत ने नानक नाम में खुद को लीन किया। सुबह से ही वापी,दमण, सिलवासा समेत आसपास बसे सिख समाज के लोग गुरुद्वारा में उमडऩे लगे थे।
रागी जत्थों ने शबद से संगतों को निहाल किया रागी जत्थों ने शबद से संगतों को निहाल किया। इस पर्व को मनाने की प्रक्रिया दस दिन पहले से ही शुरू हो चुकी थी। इसमें अलग-अलग जगहों पर प्रभातफेरी निकाली गई। इसके अंतर्गत आठ नवंबर को एक विशाल नगर कीर्तन का आयोजन किया गया था। जो सुबह दस बजे गुरुद्वारा से शुरू होकर सिलवासा, भिलाड़, करमबेला, इमरान नगर, दमण, गुंजन होते हुए शाम को पुन: गुरुद्वारा साहिब पहुंचा। इसमें सैकड़ों वाहन शामिल थे। मंगलवार को प्रकाश पर्व का मुख्य कार्यक्रम गुरुद्वारा में मनाया गया। इस उपलक्ष्य में 10 नवंबर से ही अखंड पाठ शुरू किया गया था जो मंगलवार सुबह संपन्न हुआ। तीन दिनों तक लगातार 24 घंटे लंगर भी चलता रहा।
रक्तदान शिविर आयोजित इस मौके पर वापी पंजाबी चैरिटेबल फाउन्डेशन ट्रस्ट द्वारा सिंधी समाज एवं एचडीएफसी बैंक के साथ मिलकर रक्तदान शिविर आयोजित किया गया था। इसमें दाताओं ने उत्साह के साथ रक्तदान किया। वापी पंजाबी चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन एसएस सरना ने इस अवसर पर करतारपुर कॉरिडोर शुरू होने पर भारत और पाकिस्तान सरकार के प्रति आभार जताते हुए कहा कि इससे सिखों के लिए करतारपुर साहिब के दर्शन करना आसान हो जाएगा।