अश्मि ने रक्षाबंधन के एक दिन पहले मीडिया में देखा था कि कई स्कूल के बच्चे प्रधानमंत्री को राखी बांध रहे हैं। अश्मि ने पिता के समक्ष प्रधानमंत्री को राखी बांधने की इच्छा जताई तो उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय से संपर्क कर अश्मि की इच्छा के बारे में बताया, लेकिन कार्यालय से जवाब मिला कि अब यह संभव नहीं है। इसके बाद अश्मि ने एक पत्र लिख कर डाक के जरिए प्रधानमंत्री को राखी भिजवाई। उसे उम्मीद नहीं थी कि उसके पत्र का जवाब आएगा, लेकिन रक्षाबंधन के करीब 40 दिन बाद अश्मि को प्रधानमंत्री के हस्तक्षार के साथ धन्यवाद पत्र मिला। अश्मि की इच्छा अगले साल रक्षाबंधन पर प्रधानमंत्री निवास जाकर उन्हें राखी बांधने की है।
सूरत की १० साल की अश्मि के पत्र का पीएम ने दिया यह जवाब