scriptटैक्सी ड्राइवर से मिला था अहम सुराग | police got key clue by taxi driver | Patrika News

टैक्सी ड्राइवर से मिला था अहम सुराग

locationसूरतPublished: Dec 20, 2018 09:54:54 pm

Submitted by:

Dinesh M Trivedi

– किरण जेम्स एण्ड ज्वैलरी कारखाने से १.२० करोड़ के सोने की चोरी का मामला -मुंबई से गिरफ्तार पांच आरोपित सूरत लाए गए, मुख्य सूत्रधार फरार

file

टैक्सी ड्राइवर से मिला था अहम सुराग

सूरत. एक टैक्सी ड्राइवर से मिली अहम जानकारी की मदद से क्राइम ब्रांच ने कतारगाम के किरण जेम्स एण्ड ज्वैलरी कारखाने में १.२० करोड़ रुपए के सोने की चोरी का भेद उजागर कर मुंबई से पांच जनों को गिरफ्तार किया है। चोरी की साजिश का मुख्य सूत्रधार फरार है। पुलिस उसकी खोज में जुटी है।
शहर पुलिस आयुक्त सतीष शर्मा ने गुरुवार को बताया कि चोरी की साजिश कारखाने के पूर्व कर्मचारी दिल्ली निवासी बुद्धिराम यादव ने रची थी। उसने कुछ समय कारखाने में काम करने के बाद नौकरी छोड़ दी थी। उसने मुंबई बोरीवली वेस्ट की सत्यनगर झोपड़पट्टी में रहने वाले अमित वर्मा (23) को सूरत बुलाया। अमित से कारखाने की रेकी करवाई गई। अमित ने अपने चार साथियों उत्तरप्रदेश के सुलतानपुर जिले के ढेमा गांव निवासी उमेश उर्फ रानू उपाध्याय (24), आंबेडकरनगर जिले के चितवई गांव निवासी विजय वर्मा (20), कसेलुआ गांव निवासी दीपक उर्फ भोलू वर्मा (22), रतनपुर गांव निवासी अवधेश उर्फ जीनन वर्मा (23) को सूरत बुलाया। सभी ने फिर कारखाने की रेकी की। सोमवार रात वह सूरत रेलवे स्टेशन पहुंचे। वहां से किराए के ऑटो रिक्शे में कतारगाम नंदूडोसी की वाडी गए। दीपक ने डायमंड मैंसन बिल्डिंग में कारखाने के पिछले हिस्से की वेंटिलेशन खिडक़ी की जाली हैक्सो ब्लेड से काटी और अपने साथी के साथ अंदर दाखिल हो गया। उन्होंने रिफाइनरी रूम में तीन ड्रमों में प्रोसेस के लिए रखा गया सोना चुराया और भाग निकले। नंदूडोसी की वाडी से वह स्टेशन पहुंचे। टैक्सी स्टैंड से उन्होंने वापी जाने के लिए टैक्सी किराए पर ली। उनकी हरकतें संदिग्ध लगने पर टैक्सी चालक ने उनमें से एक के आधार कार्ड की फोटो प्रति ले ली। उनकी बातों से चालक को संदेह हुआ। कडोदरा पहुंचने पर एक पेट्रोल पंप के निकट उसने कार रोक दी। इस बहाने वह उन्हें सीसीटीवी कैमरे की जद में ले आया। चालक ने वापी जाने से मना कर दिया और बिना रुपए लिए सूरत लौट आया। अगले दिन चोरी का मामला सामने आने पर कतारगाम पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच भी जांच में जुट गई। एक टीम सीसीटीवी फुटेज ट्रैक कर रेलवे स्टेशन तक पहुंच गई। कर्मचारियों से पूछताछ में जुटी दूसरी टीम को बुद्धिराम के बारे में पता चला। टीम उसकी कॉल डिटेल आदि के एनालिसिस में जुट गई। टैक्सी चालक से आधार कार्ड में मुंबई का पता मिलने पर एक टीम वहां रवाना हो गई। बुधवार को टीम ने बोरीवली वेस्ट की सत्यनगर झोपड़पट्टी से पांचों आरोपितों को धर दबोचा। उनके कब्जे से २ किलो ९०० ग्राम सोने का पाउडर (भस्म), ९ मोबाइल फोन, एक लेपटॉप, हैक्सो ब्लेड बरामद की गई। बुधवार मध्यरात्रि बाद पुलिस टीम उन्हें सूरत ले आई। पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

२ किलो ९०० ग्राम सोना ही चोरी हुआ था


किरण जेम्स एण्ड ज्वैलरी कारखाने में हुई चोरी को लेकर पुलिस ने ३ किलो ८३६ ग्राम सोने की चोरी की प्राथमिकी दर्ज की थी, लेकिन २ किलो ९०० ग्राम सोना ही चोरी हुआ था। संयुक्त पुलिस आयुक्त हरेकृष्ण पटेल ने बताया कि कारखाने के रिफाइनरी रूम में गहनों को गला कर सोना निकालने की प्रक्रिया चल रही थी। ३ किलो ८३६ ग्राम सोना भस्म (पाउडर) के रूप में रसायन भरे नीले रंग के तीन ड्रमों में रखा गया था। आरोपितों ने उसे ड्रमों से निकालने के लिए कपड़े का इस्तेमाल किया। वह २ किलो ९०० ग्राम सोना ही निकाल पाए। शेष ९३६ ग्राम सोना केमिकल के साथ फर्श पर बिखर गया था। उन्होंने जितना सोना चुराया था, पूरा बरामद कर लिया गया है। उनके खिलाफ दर्ज मामले में चोरी के साथ नुकसान करने के संबंध में भी धाराएं शामिल की गई हैं।

सोना बेचने वाले थे


पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि चुराया गया सोना वह मुंबई के नालासोपारा में रहने वाले मोहन गुप्ता के जरिए बेचने वाले थे। सोना बेचने से जो रुपए मिलते, वह आपस में बांटने वाले थे। आरोपितों से उनके फरार साथी के बारे मेंं पूछताछ की जा रही है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो