-जल्दबाजी में हुए थे सभी वहां से रवाना
महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव में भाग लेने के बाद शिवसेना के सभी बागी विधायक मुंबई से जल्दबाजी में सूरत के लिए रवाना हुए थे। इस दौरान कई विधायकों के कपड़े, दवाई-गोली आदि के इंतजाम भी उनके सूरत पहुंचने के बाद इन कार्यकर्ताओं के द्वारा किए गए थे। इसके अलावा बाद में सूरत पहुंचे विधायकों को एयरपोर्ट लेने जाने का काम भी इन्होंने बड़े ही गोपनीय तरीके से पूरा किया था।
-सबकुछ निपटने के बाद ली राहत की सांस
सोमवार रात से मंगलवार दोपहर तक महाराष्ट्र विधानसभा के शिवसेना 34 और 3 निर्दलीय विधायक महा अघाड़ी विकास गठबंधन से नाता तोड़कर सूरत पहुंचे थे। इनके अलावा उनके निजी सचिव, ओएसडी, परिजन समेत कुल 87 जनों की पूरी देखभाल रखी गई। बुधवार मध्यरात्रि के बाद यह सभी सूरत से गुवाहाटी के लिए विमान से रवाना हुए और भाजपा संगठन व सत्तापक्ष के इन पांचों कार्यकर्ताओं ने भी राहत की सांस ली।
चार अन्य विधायक भी सूरत से पहुंचे गुवाहाटी
सूरत. महाराष्ट्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल की अगुवाई में चार अन्य विधायक बुधवार को सूरत पहुंचे थे, जिन्हें बाद में चार्टर प्लेन से गुवाहाटी के लिए रवाना किए जाने की जानकारी मिली है। उधर, गुवाहाटी में शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने अपने साथ 46 विधायकों का दावा कर सभी को चौंकाया है।
महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव में शिवसेना विधायकों की क्रॉस वोटिंग के साथ ही सोमवार से महाराष्ट्र की राजनीति में भारी उठापटक का दौर लगातार जारी है। क्रॉस वोटिंग के बाद पार्टी विधायक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में मुंबई से सूरत पहुंचे थे और उस दौरान यहां आने वाले शिवसेना विधायकों की संख्या 23 बताई गई थी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से नाराज शिवसेना के अन्य 11-12 विधायक कुछ निर्दलीय व भाजपा विधायकों के साथ मंगलवार सुबह तक मुंबई व महाराष्ट्र के अन्य शहरों से सूरत पहुंचे थे। इनमें विधायक योगेश कदम, निर्मला गावित, गोपाल दलवी व एक अन्य शामिल थे। वहीं, महाराष्ट्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल भी इस बीच दिल्ली से सूरत आए और बाद में इन सभी चारों विधायकों के साथ चार्टर प्लेन से गुवाहाटी के लिए रवाना होने की जानकारी सूत्रों से मिली है।
भाजपा के कद्दावर नेता सीआर पाटिल के विश्वासपात्र यह पांचों कार्यकर्ता महाराष्ट्र की सियासत में सूरत की भूमिका को सफल अंजाम तक पहुंचाने से पहले भी अन्य सौंपे गए कई मिशन पूरे कर चुके हैं। इसमें 2019 के लोकसभा चुनाव में पाटिल की सर्वाधिक मार्जिन से जीत में अहम पेज कमेटी रही थी। इसी पेज कमेटी का अभियान उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बनारस पहुंचाने में इन कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रही थी।