अंकलेश्वर में वायु प्रदूषण में चिंताजनक रुप से बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। वातावरण में बुधवार को प्रदूषण का आंकड़ा बढ़कर 249 पर पहुंच जाने से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी चिंता जताई है। तेजी से बढ़ रहा प्रदूषण कोरोना काल में लोगों के स्वास्थय के सामने खतरा उत्पन्न कर रहा है। फैल रहे प्रदूषण के कारण लोगों की रोग प्रतिरोधक शक्ति के भी घटने की बात कही जा रही है।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए आंकड़ों के मुताबिक हवा में प्रदूषण बढ़ा है। प्रदूषण का मानक 189 व अधिकतम मानक 328 तय किया गया है। जीपीसीबी के 12 अक्टूबर को जारी आंकड़े के अनुसार अंकलेश्वर में प्रदूषण की मात्रा बढ़कर 249 हो गई है। पर्यावरण प्रेमी कौशल गोस्वामी ने कहा कि अंकलेश्वर में बढ़ रहे प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए जीपीसीबी के साथ ही औद्योगिक मंडल को भी प्रयास करने होंगे।
कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
अंकलेश्वर के वातावरण में प्रदूषण की मात्रा बढऩे पर नजर रखने के लिए अंकलेश्वर उद्योग मंडल के साथ ही गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का मॉनिटरिंग सिस्टम लगा है। निगरानी के बावजूद एयर क्वालिटी इंडेक्स सरकारी मशीनरी के कामकाज पर सवाल खड़ा हो रहा है।
रात के समय छोड़ी जा रही गैस
अंकलेश्वर में खासकर जाड़े के मौसम की शुरुआत में कुछ लापरवाह कपनियों की ओर से मौसम का लाभ उठाकर प्रदूषित गैस को छोडऩे का काम किया जाता रहा है। छोड़ी जा रही प्रदूषित गैस की बदबू से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।