सूरत

पैसेंजर ट्रेनों को मेल/एक्सप्रेस में बदलने की तैयारी

– 16 जोड़ी ट्रेनों को देंगे एक्सप्रेस का दर्जा,…
– नई समय-सारणी से ट्रेन के स्टेटस में होगा बदलाव
– सूरत-उधना की भी चार ट्रेनें

सूरतOct 22, 2020 / 10:31 pm

Sanjeev Kumar Singh

पैसेंजर ट्रेनों को मेल/एक्सप्रेस में बदलने की तैयारी

सूरत.
महामारी में बंद हुई ट्रेनें कब शुरू होंगी, यह तय नहीं हुआ है, लेकिन जब भी ट्रेनें शुरू होंगी वह किसी रूप में चलाई जाएंगी यह तय होना शुरू हो गया है। हाल में रेलवे बोर्ड ने सभी जोन से पैसेंजर ट्रेनों को मेल/एक्सप्रेस में बदलने के लिए सुझाव मांगे थे। पश्चिम रेलवे ने जून में ही कुछ ट्रेनों की लिस्ट रेलवे बोर्ड को भेजी थी। अब रेलवे बोर्ड ने पश्चिम रेलवे की 16 जोड़ी (32 अप व डाउन में) ट्रेनों को मेल/एक्सप्रेस में बदलने पर अंतिम मुहर लगा दी है। नई समय-सारणी में यह बदलाव देखने को मिल सकता है।
सूरत से वापी, भरुच और नंदूरबार-भुसावल के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या लाखों में है। लेकिन फिलहाल पैसेंजर व मेमू ट्रेनों को चलाने की रेलवे बोर्ड ने मंजूरी नहीं दी है। दूसरी तरफ रेलवे बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर (कोचिंग) विवेक कुमार सिन्हा ने मंगलवार को देश के 17 जोन में 358 पैसेंजर ट्रेनों की लिस्ट जारी की है। इन सभी ट्रेनों को नई समय-सारणी में मेल/एक्सप्रेस का दर्जा देकर शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें पश्चिम रेलवे की 16 जोड़ी ट्रेनें शामिल की गई है। वहीं, सूरत से शुरू होने वाली तीन पैसेंजर ट्रेनों को मेल/एक्सप्रेस में बदला जाएगा। इसमें दो ट्रेन सूरत-भुसावल पैसेंजर और एक ट्रेन सूरत-विरार शटल शामिल है। इसके अलावा उधना से पालधी के बीच चलने वाली उधना-पालधी मेमू ट्रेन को भी मेल/एक्सप्रेस में बदल दिया जाएगा। मुम्बई से अहमदाबाद के बीच में चलने वाली दो ट्रेनें हैं, जिन्हें एक्सप्रेस में बदला जा रहा है।

डेली अप डाउन करने वालों का बढ़ सकता है किराया

गौरतलब है कि पैसेंजर ट्रेनों में ज्यादातर रोजाना सफर करने वाले नौकरीपेशा, छात्र और व्यापारी बड़ी संख्या में होते है। पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस में बदलने के बाद पासधारकों का किराया बढऩे समेत दूसरी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। हाल में कोरोना के चलते पैसेंजर, शटल व मेमू ट्रेनें बंद होने के कारण हजारों यात्रियों को सूरत आने के लिए बस या निजी वाहन का उपयोग करना पड़ रहा है।
यह पैसेंजर ट्रेनें होंगी मेल/एक्सप्रेस

– 59013/59014 सूरत-भुसावल पैसेंजर

– 59037/59038 सूरत-विरार शटल

– 59077/59078 सूरत-भुसावल पैसेंजर

– 60179/69180 उधना-पालधी मेमू

– 69149/69150 भरुच-विरार मेमू

– 59439/59440 मुम्बई-अहमदाबाद पैसेंजर
– 59441/59442 मुम्बई-अहमदाबाद पैसेंजर

17 जोन में 358 ट्रेनों की सूची जारी

रेलवे बोर्ड ने सभी जीएम (परिचालन) को मंगलवार को उनके जोन के पैसेंजर ट्रेनों को मेल/एक्सप्रेस ट्रेन में बदलने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। इसमें पश्चिम रेलवे की 32 पैसेंजर, मेमू और डेमू ट्रेनों को शामिल किया गया है। जबकि 14 ट्रेनें (अप-डाउन) सूरत या उधना से शुरू होने तथा गुजरने वाली पैसेंजर भी इस सूची में शामिल कर ली गई है। इसके अलावा मध्य रेलवे में 32, ईसीओ रेलवे में 6, पूर्व-मध्य रेलवे में 10, पूर्व रेलवे में 12, कोंकण रेलवे में 6, उत्तर-मध्य रेलवे में 6, उत्तर-पूर्व रेलवे में 6, एनएफ रेलवे में 20, उत्तर रेलवे में 20, उत्तर-पश्चिम रेलवे में 43, दक्षिण-मध्य रेलवे में 47, दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे में 4, दक्षिण-पूर्व रेलवे में 36, दक्षिण रेलवे में 36, दक्षिण-पश्चिम रेलवे में 32, पश्चिम-मध्य रेलवे में 10 पैसेंजर ट्रेनों को मेल/एक्सप्रेस बनाया गया है।
मुम्बई में लोकल ट्रेनें भी चलाई जा रही है। पश्चिम रेलवे को नॉन सबर्वन क्षेत्रों में कुछ पैसेंजर ट्रेनों के संचालन पर ध्यान देना चाहिए। पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस में बदलने की तैयारी है। लेकिन स्टॉपेज में बदलाव नई समय-सारणी से पता चलेगा। रोजाना सफर करने वाले यात्रियों को कोई समस्या होगी तो जरूर रेलवे से बातचीत कर स्टॉपेज बढ़ाने की मांग की जाएगी।
– राकेश शाह, पूर्व सदस्य, जेडआरयूसीसी।

लोकल ट्रेनों में आदिवासी, ग्रामीण, छात्र, श्रमिक ज्यादा सफर करते हैं। पैसेंजर ट्रेनों को मेल एक्सप्रेस करने पर किराया बढ़ जाएगा। इससे यात्रियों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा। पहले की सरकारों ने रेलवे को आम जनता के सहुलियत के लिए अलग रखा था। गरीब-मध्यम वर्ग ज्यादा ट्रेन का उपयोग करते हैं। रेलवे बोर्ड को अपने फैसले पर फिर से विचार करना चाहिए।
– हबीब वोहरा, अध्यक्ष, रेलवे पैसेंजर फाउंडेशन।

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