प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए सांसद सी.आर. पाटिल ने बताया कि शहर में दो अलग-अलग मैराथन दौड़ का आयोजन होने जा रहा था, जब उन्हें पता चला कि न्यू इंडिया का संदेश फैलाने के उद्देश्य से मैराथन दौड़ हो रही है तो उन्होंने दोनों दौड़ के आयोजक, विभिन्न संस्थाओं और संगठनों से बातचीत कर सूरत नागरिक समिति के नेतृत्व में एक ही दौड़ का आयोजन करने को कहा। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें मैराथन दौड़ और उसके उद्देश्य के बारे में बताया तथा फ्लैग ऑफ करने के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री ने आमंत्रण स्वीकार लिया है। वह 25 फरवरी को मैराथन दौड़ को फ्लैग ऑफ करने सूरत आएंगे।
डेढ़ लाख लोग लेंगे हिस्सा विधायक हर्ष संघवी ने बताया कि दौड़ 10 फरवरी को होने वाली थी, लेकिन प्रधानमंत्री की ओर से आमंत्रण स्वीकारने के बाद 10 फरवरी का आयोजन स्थगित कर 25 फरवरी कर दिया गया। उन्होंने बताया कि अब तक 38 हजार से अधिक लोगों ने नाम पंजीकृत करवाएं हंै। रविवार शाम से दोबारा ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की गई है। मैराथन में सूरत समेत गुजरात और विभिन्न राज्यों के धावक तो हिस्सा लेंगे ही, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर के धावकों को भी आमंत्रण दिया गया है। 42 किमी की फुल मैराथन और 21 किमी की हाफ मैराथन के साथ-साथ सूरतीलाला रन, सीनियर सिटीजन दौड़ और 10 किमी दौड़ का आयोजन होगा, जिसमें करीब डेढ़ लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
चार दिन पहले रूट को सजाया जाएगा
सांसद ने बताया कि पिछले साल प्रधानमंत्री के रोड शो के लिए जिस तरह रूट सजाया गया था, उसी तरह इस बार भी रूट को सजाया जाएगा। विभिन्न संस्थाओं की ओर से रूट पर आकर्षक झांकियां और रोशनी की जाएगी। दौड़ के रूट पर न्यू इंडिया थीम पर सात जगह अलग-अलग झांकियां बनाकर रखी जाएंगी। सूरत रेलवे स्टेशन को वल्र्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनाने की कवायद शुरू की गई है। रेल मंत्रालय की ओर से रेलवे स्टेशन की प्रतिकृति भी रखी जाएगी।
पंजीकरण फीस लौटा दी जाएगी
आयोजकों ने बताया कि 42 किमी, 21 किमी और 10 किमी दौड़ में हिस्सा लेने के लिए अलग-अलग फीस तय की गई है। यह फीस डिपॉजिट के तौर पर ली जाएगी। धावकों को 1500 रुपए की किट दी जाएगी। जो धावक 10 किमी दौड़ पूरी कर लेते हैं, उन्हें डिपॉजिट राशि लौटा दी जाएगी।