विभाग ने पीवीएस शर्मा के साथ कौशल सिलिकॉन, सीए अडुकिया, सीताराम अडुकिया, साकेत मीडिया, बिल्डर धवल शाह के ठिकानों समेत कुल 13 स्थानों पर छापा मारा था। छापे की कार्रवाई में विभाग को तमाम स्थानों से लगभग दो करोड़ की ज्वैलरी, पचास लाख से अधिक नकद, 38 लाख की एफडी सहित कई दस्तावेज मिले।
इसके अलावा पीवीएस शर्मा के उन गांव के 18 प्लॉट, परवट पाटिया के फ्लैट तथा पार्ले प्वाइन्ट के प्लॉट के दस्तावेज भी मिले थे। शनिवार शाम तक आयकर विभाग की कार्रवाई सात स्थानों पर पूरी हो गई थी। जांच के दौरान शर्मा पहले दिन धरने पर भी बैठ गए थे। आयकर अधिकारियों ने भी सावधानी साक्ष्य के तौर पर पूरी कार्रवाई की वीडियो रेकॉर्डिंग करवाई है।
फिलहाल आयकर विभाग शर्मा के साकेत मीडिया कंपनी की जांच कर रहा है। बताया जा रहा है कि वह कंपनी के लिए महेश ट्रेडिंग से खरीददारी करते थे। उसके दर्ज किए पते पर ऐसी कोई कंपनी नजर नहीं आई। वह कंपनी वहां 40 साल पहले थी। उन्होंने बुक पर महेश ट्रेडिंग से सवा दो करोड की खरीददारी बता रखी है। इसके अलावा प्रजापति- शाह कंपनी के तमाम डायरेक्टर को भी सम्मन देकर बुलाया गया है। उनसे आयकर अधिकारी पूछताछ करेंगे।
यह है मामला :
यह है मामला :
पांच दिन पूर्व शर्मा ने ट्वीटर पर नोटबंदी के दौरान सूरत में सोने की बिक्री में हजारों करोड़ का घपला व मनीलॉन्डरिंग होने का दावा किया था। उन्होंने इसमें आयकर विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत होने व सरकार के आर्थिक सुधार के प्रयासों को विफल करने की साजिश होने की बात की थी। उन्होंने कलामंदिर ज्वैलर्स पर करोड़ों की कर चोरी का आरोप लगाया था। शर्मा द्वारा भविष्य में अधिक खुलासा करने के दावे के बाद आयकर की टीम ने उनके घर पर छापा मार कर जांच शुरू की थी।
जांच पूर्ण, अतिरिक्त कुछ नहीं मिला :
सोशल मीडिया में एक मैसेज के जरिए पीवीएस शर्मा की ओर से दावा किया गया हैं कि उनके यहां शाम पांच बजे जांच पूर्ण हो गई है। जांच में कुछ भी अतिरिक्त बरामद नहीं हुआ है। परिवार के पास वहीं संपति है जो 1996 में थी। कोई नई खरीद- फरोख्त नहीं हुई। बच्चों के लेपटॉप आदि की जांच में भी विभाग को कुछ हासिल नहीं हुआ। सिर्फ 35 कैरेट डायमंड ज्वैलरी मिली है। विभाग द्वारा हीरों का आंकलन गलत किया जा रहा है। ये हीरे बाजार में 35 हजार कैरेट के हैं, लेकिन विभाग 85 हजार रुपए प्रति कैरेट से आंकलन कर रहा है। हमने इस पर अस्वीकृति जाहिर की है।