पश्चिम रेलवे को मुम्बई के बाद यात्री भाड़े से सबसे ज्यादा कमाई सूरत स्टेशन से मिल रही है। इस कमाई में और ज्यादा इजाफा करने के लिए रेलवे प्रशासन अब गुड्स ट्रेन का नेटवर्क को मजबूत करने जा रहा है। इसके लिए कोरोना के बाद के छह महीने सूरत के मार्केट को समझने और उसके अनुरूप नीतियां तय करने पर खर्च किए हैं। अब तक रोड ट्रांसपोर्ट पर निर्भर टैक्सटाइल इंडस्ट्री के कार्गो को रेलवे की मालगाडिय़ों पर शिफ्ट करने के लिए पश्चिम रेलवे ने वर्कप्लान तैयार किया है। पश्चिम रेलवे के डीआरएम जीवीएल सत्यकुमार ने बुधवार को दक्षिण गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर सूरत में गुड्स ट्रांसपोर्टेशन के लिए पश्चिम रेलवे की योजना की जानकारी दी।
डीआरएम ने बताया कि उनकी टीम ने सूरत के टैक्सटाइल मार्केट और यहां से दूसरे शहरों को ट्रांसपोर्ट के सिस्टम का सर्वे किया है। इस सर्वे के मुताबिक रेलवे प्रशासन पांच रूट्स पर स्पेसिफिक $गुड्स ट्रेन चलाने जा रहा है। सभी ट्रेन सूरत से रवाना होंगी और विभिन्न रूट्स पर टैक्सटाइल गुड्स लेकर जाएंगी। अब तक सूरत से गुड्स ट्रांसपोट का 0.2 फीसदी ट्रैफिक ही रेलवे को मिल रहा है। इसे बढ़ाने के लिए रेलवे अपनी सेवाओं को बेहतर और आकर्षक बनाएगा। उन्होंने दावा किया कि टैक्सटाइल व्यापारियों और अन्य उद्यमियों को रेलवे से ट्रांसपोर्टेशन सस्ता और सुरक्षित होगा। साथ ही रोड ट्रांसपोर्ट से लगने वाले समय की भी बचत होगी। सूरत के कारोबारियों को बेहतर सेवाएं देने के लिए पश्चिम रेलवे सूरत में बिजनस डवलपमेंट यूनिट भी खोलने जा रहा है, जिससे चीजें और आसान होंगी। साथ ही रेलवे पैसेंजर ट्रेनों में भी पार्सल ले जाने की सुविधा भी देने जा रहा है।
उधना में बनेगा वेयर हाउस
लोगों के पार्सलों की सुरक्षा के लिए रेलवे प्रशासन उधना में कवर्ड वेयर हाउस बनाने जा रहा है। यहां ट्रक पार्किंग टर्मिनल और कैफेटेरिया समेत अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। इसे पीपीपी मोड पर तैयार करने की योजना है, जिसपर जल्द अमल शुरू होगा। डेस्टिनेशन से डेस्टिनेशन तक पार्सल डिलीवरी के लिए रेलवे प्रशासन निजी कार्गो एजेंसियों के मॉडल पर काम करने जा रहा है। इसके लिए रेलवे ने डाक विभाग को प्रस्ताव दिया है। आगामी दिनों में दोनों के बीच एमओयू के बाद रेलवे पार्सल की बुकिंग डाक विभाग के जरिए भी करेगा।
इन रूट्स पर दौड़ेंगी ट्रेन
पश्चिम रेलवे ने ट्रांसपोर्ट बिजनस पर फोकस करते हुए पांच रूट्स पर ट्रेन दौड़ाने की योजना बनाई है। इनमें सूरत से मुजफ्फरपुर वाया कानपुर, सूरत से कोलकाता, सूरत से चेन्नई, सूरत से कोयंबटूर वाया बंगलुरू और सूरत से विजयवाडा-सिकंदराबाद वाया नागपुर शामिल हैं। इसके अलावा कोंकण रूट पर भी सूरत से त्रिवेंद्रम के लिए ट्रेनों को चलाया जाएगा।