तहसील में मौसम के अचानक पलटने से फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका से किसान चिंतित हो उठे हैं। धान की फसल की कटाई अभी चल रही है, ऐसे में मंगलवार शाम करीब चार बजे तेज हवा के साथ आई बरसात ने किसानों को निराश कर दिया। बरसात से फसल को बचाने के लिए किसानों ने प्लास्टिक भी डाली। तेज हवाओं के साथ बरसात होने से किसानों की कई महीने की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
अधिकांश किसानों द्वारा कटी फसल अभी खेतों में ही छोड़ी गई है। बरसात हो जाने से धान के काला पडऩे की आशंका है। वाव गांव के किसान संजय पटेल ने बताया कि पूरे साल मेहनत से खेती करते हैं। लेकिन इस बरसात ने मेहनत पर पानी फेर दिया है। अब खाने भर का अनाज हो जाए, यही बहुत होगा। वहीं दूसरी तरफ मंगलवार को करीब पौने घंटे तक झमाझम बरसे बादलों के कारण एक बार फिर लोगों ने छाते और रेनकोट बाहर निकाल लिए।