ट्रैवल्स संचालकों की सैकड़ों निजी बसें गुजरात व राजस्थान में रुकी
RAJASTHAN LOCKDOWN EMPCT: थम गए पहिए, खड़ी हो गई बसें
सूरत. राजस्थान में सोमवार से पंद्रह दिवसीय लॉकडाउन लागू हो गया और इसका पहला असर सूरत समेत दक्षिण गुजरात के विभिन्न शहर-कस्बों में सैकड़ों प्रवासी राजस्थानियों को प्रतिदिन यात्रा करवाने वाली निजी बसों पर देखने को मिला है। रविवार दोपहर बाद तक गुजरात के सूरत, वापी, बारडोली, नवसारी, अंकलेश्वर समेत अन्य शहर-कस्बों से राजस्थान के विभिन्न रुट पर गई ढाई सौ से तीन सौ बसें सोमवार तड़के वहां निर्धारित गंतव्य स्थल पर जाकर रुक गई है। इसी तरह से राजस्थान के विभिन्न शहर-कस्बों से चलकर गुजरात के सूरत समेत अन्य शहर-कस्बों में सोमवार को यात्रियों के साथ आई बसें अब यहीं रुक गई है। इस तरह से अकेले सूरत समेत दक्षिण गुजरात से सात सौ से ज्यादा निजी बसें राजस्थान और गुजरात के विभिन्न शहर-कस्बों में सोमवार से अगले पंद्रह दिन तक रुक गई है। राजस्थान में लॉकडाउन लगने से अब बसों के साथ गुजरात आए और राजस्थान गए करीब सवा से डेढ़ हजार चालक-परिचालकों के रहने-खाने की समस्या पैदा हो गई है। उधर, निजी बस संचालकों को इन पंद्रह दिनों के दौरान प्रति बस लाखों रुपए का नुकसान भी भुगतना पड़ेगा।
-15 दिन की मुश्किल नहीं राजस्थान में लॉकडाउन भले ही अभी 15 दिन के लिए लगाया गया है, लेकिन हालात काबू में नहीं आए तो यह बढ़ भी सकता है। ट्रैवल्स संचालकों को पूरे एक महीने तक लॉकडाउन का असर नुकसान के रूप में लाखों-करोड़ों रुपए में भुगतना पड़ेगा। गजानंद शर्मा, ट्रैवल्स संचालक