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छह दिन बाद सामने आई पीडि़ता ,जयंती भानुशाली के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज

locationसूरतPublished: Jul 19, 2018 09:04:09 pm

जांच पुलिस उपायुक्त वीणा पटेल को सौंपी

file photo

छह दिन बाद सामने आई पीडि़ता ,जयंती भानुशाली के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज

सूरत. प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष जयंती भानुशाली पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली युवती छह दिन बाद गुरुवार को सामने आई। पुलिस ने उससे क्राइम ब्रांच में पूछताछ की और शाम को सरथाणा थाने में बलात्कार का मामला दर्ज किया गया। मामले की जांच पुलिस उपायुक्त (जोन-४) वीणा पटेल को सौंपी गई है।
भानुशाली पर बलात्कार का आरोप लगाने के बाद लापता हुई २१ वर्षीय युवती गुरुवार दोपहर एक कार में अठवा लाइंस स्थित शहर पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंची। उसने अपना चेहरा नकाब से ढक रखा था। वह शहर पुलिस आयुक्त सतीष शर्मा से मिलकर अपना बयान दर्ज करवाना चाहती थी, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उसे रोक लिया। वह उसे चौक बाजार स्थित क्राइम ब्रांच कार्यालय ले गए। वहां कई घंटे तक पूछताछ कर उसका बयान दर्ज किया गया। उसकी लिखित शिकायत और बयान के आधार पर शाम को सरथाणा थाने में जयंती भानुशाली के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। गौरतलब है कि युवती ने जयंती भानुशाली पर बलात्कार का आरोप लगाते हुए सूरत शहर पुलिस को लिखित शिकायत दी थी। आरोप है कि फैशन डिजाइनिंग कॉलेज में प्रवेश दिलवाने के बहाने अहमदाबाद बुलाकर उसके साथ बलात्कार किया गया। उसकी अश्लील वीडियो बना कर लगातार यौन शोषण किया गया। डरा-धमका कर एक कागज पर यह भी लिखवाया गया कि वह उन्हें नहीं जानती। इन आरोपों के बाद भानुशाली ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। पुलिस पीडि़ता के घर पहुंची तो पूरा परिवार गायब मिला। सोमवार को पीडि़ता का एक पत्र सामने आया, जिसमें उसने मानसिक रूप से खुद को अस्वस्थ बताते हुए मामले की जांच फिलहाल स्थगित करने की मांग की थी।

पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप


कांग्रेस नेता भावेश रबारी ने आरोप लगाया है कि पुलिस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है। शिकायत करने के बाद पीडि़ता पर मामला वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। जब पता चला कि किसी और पर भरोसा नहीं होने के कारण पीडि़ता सीधे पुलिस आयुक्त से मिलने अठवा लाइंस पहुंची है तो कांग्रेस कार्यकर्ता भी वहां पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने पीडि़ता को पुलिस आयुक्त से नहीं मिलने दिया। पुलिसकर्मियों ने कार्यालय का गेट बंद कर दिया और वहां अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया। जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पीडि़ता को रोकने का विरोध किया तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया और पीडि़ता को वहां से क्राइम ब्रांच ले जाया गया।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को किया डिटेन


पीडि़ता को पुलिस आयुक्त से नहीं मिलने दिए जाने पर कथित तौर पर उसके साथ आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा मचाया। उन्होंने मांग की उसे पुलिस आयुक्त के समक्ष अपना बयान दर्ज करवाने दिया जाए। हंगामे के बीच उमरा थाना पुलिस वहां पहुंच गई। पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ता मेघना पटेल, छाया पटेल, भावेश रबारी और निकेत पटेल को हिरासत में ले लिया। मामला शांत होने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।

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