प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो साल पहले जब नोटबंदी की थी, पांच सौ और दो हजार रुपए के नए नोट जारी किए गए थे। बाद में दो सौ रुपए, सौ रुपए, पचार रुपए और दस रुपए के नए नोट भी जारी किए गए। एक साल पहले जब आरबीआइ ने दो सौ का नोट जारी किया था, लोगों ने त्योहार पर बैंकों में कतार लगाकर इसे हासिल करने की कोशिश की थी। उस वक्त भी आम आदमी को निराशा ही हाथ लगी थी और दो सौ रुपए के नए नोट की तस्वीर देखकर ही काम चलाना पड़ा था। इस बार भी दीपावली से करीब छह महीने पहले आरबीआइ ने सौ रुपए का नया नोट जारी किया। आम आदमी के लिए शहर के बैंकों में यह नोट अब तक नहीं पहुंचा है। लोगों ने शहर की कई बैंक शाखाओं में कतार लगाकर नया नोट हासिल करने की कोशिश की और नाकाम रहे।
50 और 10 का भी टोटा बैंकों में 50 रुपए और 10 रुपए के नए नोट को लेकर भी मारामारी रही। बैंक में जिनकी साख अच्छी थी, ऐसे कुछ लोगों को यह नोट हासिल हो पाए, बाकी लोगों को पुराने नोट से काम चलाना पड़ा। दीपावली पर नए नोट नहीं मिलने से लोगों में निराशा रही। लोगों को एक रुपए के नए नोट का भी बेसब्री से इंतजार था, जो पूरा नहीं हुआ। जानकारों के मुताबिक कुछ लोगों तक नए नोट बाहर से आए। सौ रुपए के नोट कई लोगों ने सीधे आरबीआइ से लिए तो कुछ ने दिल्ली के रास्ते इन्हें सूरत मंगाया।
जिनके पास पहुंचा उन्होंने जमकर बांटे जिन बैंक शाखाओं में नए नोट पहुंचे, उन्होंने लोगों को इन्हें खुले हाथ बांटा। जब तक अन्य लोगों को यह सूचना मिलती, इन बैंकों में नए नोट खत्म हो गए। एक रुपए का नोट कुछ महीने पहले बैंकों को मिला था तो उम्मीद बंधी थी कि दीपावली पर इसकी खेप फिर आएगी। ऐसा नहीं हुआ और लोग एक रुपए के नए नोट के दीदार को तरस गए।