सूरत

आयकर के 4७ साल पुराने मामले में की गई रिकवरी

करदाता की मौत के बाद उसके परिजनों से वसूले साढ़े चार लाख

सूरतAug 20, 2018 / 10:26 pm

Pradeep Mishra

आयकर के 4७ साल पुराने मामले में की गई रिकवरी

सूरत
आयकर विभाग ने 47 साल पुराने मामले में करदाता को ढूंढकर रिकवरी शुरू की है। वर्ष 1971-72 में सर्च के बाद करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी पकड़े जाने के बाद विभाग के अधिकारी टैक्स वसूली नहीं कर सके थे। इस मामले को समाप्त करने के लिए सिफारिश की जा चुकी थी, लेकिन विभाग ने करदाता को ढूंढ निकाला और साढ़े चार लाख रुपए वसूले।
आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार देशभर में पुराने मामलों में टैक्स रिकवरी के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया जा रहा है। सूरत आयकर विभाग ने सोशल मीडिया, आधार कार्ड, पैन कार्ड और विभिन्न एजेंसियों की मदद से लापता करदाताओं को ढूंढकर रिकवरी शुरू की है। पिछले वित्तीय वर्ष में 100 से अधिक करदाताओं को ढूंढकर विभाग ने करोड़ों रुपए रिकवर किए थे। दमण में 47 साल पहले एक्साइज और आयकर विभाग ने एक जगह सर्च के दौरान करदाता के यहां बड़ी रकम की कर चोरी पकड़ी थी। दोनों विभागों की ओर से रिकवरी के लिए दबाव बनाने के बावजूद करदाता टैक्स नहीं भर रहा था। अधिकारी बार-बार नोटिस दे रहे थे। अंत में आयकर विभाग ने संपत्ति नीलामी का नोटिस दिया। आयकर विभाग में टैक्नीकल कारणों और कानूनी दाव-पेंच के कारण इस मामले में 47 साल बीत गए। आयकर विभाग इस फाइल को बंद करने के लिए प्रस्ताव भेज चुका था। इसी दौरान करदाता की मौत के बाद उसके परिजनों ने टैक्स भरना शुरू किया है। कुछ दिन पहले ही साढ़े चार लाख रुपए वसूले गए। इसी तरह वलसाड के वित्तीय वर्ष 2009-10 के एक मामले में 1.33 करोड़़ रुपए वसूले गए। सूरत मुख्य आयकर आयुक्त अजयदास मेहरोत्रा रिकवरी पर जोर दे रहे हैं। इससे भी विभाग को पुराने मामलो में बड़ी सफलता मिली है।
सर्वे में 34 लाख वसूले

सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स के निर्देश के बाद देशभर मे आयकर विभाग ने पुराने मामलों में रिकवरी कार्रवाई तेज कर दी है। सोमवार को वराछा की एक हीरा एक्सपोर्ट कंपनी पर रेंज-9 ने रिकवरी सर्वे की कार्रवाई कर 34 लाख रुपए वसूल किए। इसके खिलाफ पिछले वर्षों की नियमित डिमांड बाकी थी। बार-बार नोटिस के बाद भी संचालक रुपए नहीं भर रहे थे। सोमवार को रिकवरी सर्वे के बाद संचालकों ने 34 लाख रुपए जमा कर दिए।

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