scriptआठ लोगों के साथ भीड़ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज | Report filed against crowd with eight people | Patrika News

आठ लोगों के साथ भीड़ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

locationसूरतPublished: Oct 30, 2020 09:11:14 pm

महंत पर हुए हमले का मामला

आठ लोगों के साथ भीड़ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

आठ लोगों के साथ भीड़ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

भरुच. गुमानदेव मंदिर के महंत महंत मनमोहन दास ने अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के मामले में आठ हमलावरों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। साथ ही साठ पुरुष व तीस महिलाओं के खिलाफ भी झगडिया पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
हमले में घायल महंत का इलाज अंकलेश्वर के सरगम अस्पताल में चल रहा है। इस घटना की पूरे जिले में निंदा हो रही है। विभिन्न संगठनों ने आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस बीच महंत ने पुलिस को दी प्राथमिकी में बताया कि हमलावरों ने मंदिर का दरवाजा तोडक़र भीतर प्रवेश किया और उनके गले में पहनी हुई दो तोला सोने की चेन, नगदी व हनुमान जी की मूर्ति को पहनाई गई चांदी की माला समेत कुल पांच लाख अस्सी हजार रुपये के माल-सामान की लूट की।
इस मामले में महंत ने अरुण ठाकोर पटेल, योगेश केशव पटेल, मिलन रमेश पटेल, जीतू ठाकोर पटेल, ईश्वर भवान पटेल, कल्पेश नारण पटेल, हितेश नारण पटेल और दीपक भीखा पटेल को नामजद करते हुए करीब 90 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। सभी नामजद आरोपी उचेडिया गांव के हैं। झगडिया पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने के दूसरे दिन बाद भी किसी आरोपी को गिरफ्तार नही किया है। शुक्रवार सुबह पुलिस ने एफएसएल व मंदिर के सीसीटीवी कैमरा के आधार पर हमला करने वाली भीड़ में शामिल लोगों की पहचान करने की कोशिश शुरू की।

लोगों में रोष

घटना के तीन दिन बाद भी पुलिस के दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने से लोगों में असंतोष व्याप्त है। भाजपा व कांग्रेस के साथ ही विभिन्न हिन्दू संगठनों ने आरोपियों की धरपकड़ की मांग की है। भारतीय जनता पार्टी अन्य भाषाभाषी सेल के सह संयोजक राजीव कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह और हिन्दू युवा वाहिनी गुजरात प्रदेश के संयोजक अजीत एस सिंह ने हमलावरों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की।
महंत से मिले पटेल

सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार व राज्यसभा सदस्य अहमद पटेल ने शुक्रवार को अस्पताल जाकर महंत मनमोहनदास का हालचाल पूछा। उन्होंने कहा कि महंत पर हमले को जायज नहीं ठहराया जा सकता। पुलिस को आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो