छह सीटों पर होगा दिलचस्प मुकाबला
देशभर की नजरें पाटीदार बहुल करंज, कामरेज, वराछा रोड और सूरत-उत्तर सीटों पर हंै। यहां से वर्ष २०१२ में भाजपा ने आसान जीत दर्ज की थी। लिंबायत सीट पर विधायक संगीता पाटिल के सामने भाजपा छोडक़र कांग्रेस में वापस गए डॉ. रविंद पाटिल मैदान में हैं। कांग्रेस के मतदाताओं में घुसपैठ के लिए एनसीपी से अकरम अंसारी मैदान में हैं तो भाजपा को चोट पहुंचाने के लिए शिवसेना से सम्राट पाटिल भी खम ठोक रहे हैं। ऐसे में सीधा मुकाबला संगीता और रविंद्र के बीच होगा।
चौर्यासी सीट से भाजपा ने झंखना पटेल तो कांग्रेस ने योगेश पटेल को उतारा है। इस सीट पर भाजपा की उत्तर भारतीय लॉबी अपने लिए टिकट की मांग कर रही थी। टिकट नहीं मिलने पर भाजपा से बागी अजय चौधरी चुनाव मैदान में हैं। जेडी-यू में दो फाड़ के बाद झगडिय़ा सीट पर जेडी-यू विधायक छोटू वसावा भारतीय ट्राइबल पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। नई पार्टी होने के कारण इस बार उनकी सीट पर भी लोगों की नजर रहेगी। इसके अलावा पारडी, वलसाड, नांदोद, डांग और भरुच समेत अन्य सीटों पर भी दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है।
३५ सीटों पर ३२० प्रत्याशी
द क्षिण गुजरात के सात जिलों की ३५ विधानसभा सीटों पर 320 प्रत्याशी मैदान में हैं। सूरत जिले की 16 सीटों पर 176 प्रत्याशी और 40 लाख से अधिक मतदाता हैं। वलसाड और भरुच जिले की पांच-पांच सीटों पर क्रमश: 37 और 45 प्रत्याशी मैदान में हैं। वलसाड जिले में 11.64 लाख और भरुच जिले में 11.25 लाख मताधिकार का प्रयोग करेंगे। नवसारी जिले की चार सीटों पर 27 प्रत्याशी मैदान में है, जिनका भाग्य 9.90 लाख मतदाता तय करेंगे। नर्मदा और तापी जिले की दो-दो सीटों के लिए 16 और 14 प्रत्याशी चुनावी जंग में उतरे हंै, वहीं नर्मदा जिले में 4.13 लाख और तापी जिले में 4.62 लाख मतदाता हैं। डांग जिले की एक सीट पर 5 प्रत्याशी हैं। यहां 1.66 लाख मतदाता मतदान करेंगे।