शहर में कोरोना के केस दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं और कोरोना से लडऩे के लिए कर्मचारियों की कमी प्रशासन के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। इसलिए मनपा संचालित स्कूलों के शिक्षकों को कोरोना ड्यूटी सौंपी गई है। इसके बावजूद कर्मचारियों की कमी पूरी नहीं हो पा रही है। इसलिए मनपा ने जिला शिक्षा अधिकारी से अनुदानित स्कूल के शिक्षकों की भी सूची मांगी थी और अनुदानित स्कूल के ५० प्रतिशत स्टाफ को कोरोना का कार्य सौंपने का परिपत्र जारी किया गया था।
जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षकों और प्राचार्यों की सूची तैयार कर मनपा को सौंप दी। मनपा को सूची मिलते है शनिवार से जोन अनुसार शिक्षकों और प्राचार्यों को कोरोना की ड्यूटी सौंपने का ऑर्डर जारी करना शुरू कर दिया। जैसे ही ऑर्डर जारी होने लगे, प्राचार्योँ और शिक्षकों में आक्रोश फैलने लगा। इसमें कई प्राचार्य और शिक्षक ऐसे थे जो निवृत हो चुके हैं। साथ ही कई कोरोना संक्रमित भी है।
शिक्षकों और प्राचार्यों का कहना है कि कोरोना की ड्यूटी सौंपने पर बच्चों की पढ़ाई पर भी असर होगा। विद्यार्थियों को बोर्ड का ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अब शिक्षक पढ़ाए या कोरोना की ड्यूटी करे।
दूसरी ओर प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि कौन निवृत है, कौन संक्रमित? यह सूची देखकर पता नहीं लग सकता। ५० प्रतिशत ही स्टाफ को कार्य सौंपने का आश्वासन दिया गया है।