क्राइम ब्रांच पुलिस ने बताया कि 24 मई को हुए हादसे के बाद गैर इरदातन हत्या का मामल दर्ज कर क्राइम ब्रांच पुलिस जांच कर रही है और मनपा अधिकारी समेत जिन लोगों की लापरवाही सामने आई है उन्हें गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान पुलिस ने तक्षशिला आर्केड के अवैध निर्माण को इम्पैक्ट के तहत मंजूर करने की प्रक्रिया में शामिल तत्कालिन डिप्टी इंजीनियर हिमांशु गज्जर को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उस वक्त बयान लेकर छोड़ दिया गया था। बाद में उनके खिलाफ सबूत मिलने पर पुलिस ने गिरफ्तारी की कवायद शुरू की थी, लेकिन वह फरार हो गया था।उसने सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए गुहार लगाई थी, जो रद्द हो गई थी। इसके बाद उसने उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, लेकिन यहां भी याचिका नामंजूर हो सकती है यह पता चलने पर उसने वापीस ले ली थी। सात महीने से वह फरार चल रहा था। शुक्रवार को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच पुलिस ने उसे उमरागांव में उसके निवास स्थान के पास से धर दबोचा। गौरतलब है कि 24 मई को हुए तक्षशिला अग्निकांड में 22 जनों की मौत हो गई थी और 15 जनें घायल हो गए थे। इस मामले में पुलिस अब तक 14 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चुकी है।