लोकसभा उपचुनाव के चलते सड़कों का निर्माण दीपावली तक संभव नहीं है। क्षेत्र में शहर सहित गांवों की सड़कें बुरी तरह खंडहर हो गई हैं। बरसात के बाद सड़कों की हालत और खराब हो गई है। सिलवासा नगर परिषद ने शहर में कुल 84 किमी सड़कों की मरम्मत के लिए सर्वेक्षण किया है, लेकिन नवनिर्माण कब होगा? इस बारे में कोई नहीं जानता।
विद्युत केबलिंग, गटर, पेयजल व गुजरात गैस लाइन बिछाने के लिए खोदी गई सड़कों की मरम्मत आज तक नहीं हुई है। वार्ड में जाने वाले अधिकांश रास्ते ऊबड़-खाबड़ हो गए हैं। कई जगह सड़को की जगह सिर्फ मिट्टी भरकर छोड़ देने से अब मिट्टी धूल बनकर उड़ रही हैं। पिपरिया, उलटन फलिया, टोकरखाड़ा, पातलियां फलियां की रोड बिखर गई है। दयात फलिया की पूरी सड़क उखड़ गई हैं। वाहन चलते समय उड़ती धूल आसपास के लोगों परेशान कर रही है। सड़कों के किनारे बसे लोगों का कहना कि घरों में उड़ती धूल से बचाव के लिए खिड़की दरवाजे बंद रखने पड़ते हैं।