पिछले साल आरटीइ में गलत प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर प्रवेश लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई थी। सिर्फ विद्यार्थियों के प्रवेश रद्द कर दिए गए थे और पुलिस में शिकायत की खानापूर्ति की गई थी। इस साल फर्जी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। प्रमाण पत्र बनाने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की बात कही गई थी, फिर भी हजारों अभिभावकों ने फर्जी प्रमाण पत्र लेकर प्रवेश के लिए आवेदन किया है।