समय समी बढ़ाकर 31 मई कर दी कई स्कूलों ने इन विद्यार्थियों को प्रवेश देने से मना कर दिया था। स्कूल में संचालक नहीं होने, प्राचार्य नहीं होने का, छुट्टी होने का बहाना बनाकर अभिभावकों को प्रवेश नहीं दिया गया था। कई स्कूलों ने अल्पसंख्यक होने का बहाना बनाकर प्रवेश देने से मना कर दिया था। प्रवेश को लेकर कई तरह की समस्या सामने आने के कारण प्रवेश निश्चित करवाने की समय समी बढ़ाकर 31 मई कर दी गई थी। 31 मई तक सूरत में 5234 प्रवेश निश्चित हो चुके थे।
अभिभावक परेशान होने लगे एक हजार से अधिक प्रवेश निश्चित होने बाकी थे। इसलिए जिनका प्रवेश निश्चित नहीं हुआ वे अभिभावक परेशान होने लगे। अभिभावकों की परेशानी तब खत्म हुई जब प्रशासन ने प्रवेश की समय सीमा बढ़ाकर 2 जून तक दी। शेष बचे बच्चों को 2 जून तक प्रवेश निश्चित करवा लेने के लिए सूचित किया गया। इसके बाद प्रवेश निश्चित करवाने की समय सीमा बढ़ाई नहीं जाएगी, ऐसी चेतावनी भी दी गई थी।
प्रवेश निश्चित नहीं करवाने पर रद्द हो जाएगा प्रशासन का कहना था कि सूरत में 155 से अधिक प्रवेश ऐसे हैं जो निश्चित होना बाकी हैं। अंतिम दिवस पर कुल मिलाकर 6301 प्रवेश निश्चित हो गए। प्रशासन का कहना है कि 87 चुने गए प्रवेश निश्चित नहीं हुए हैं। 87 विद्यार्थियों के अभिभावक स्कूल क्यों नहीं गए, यह जानने का प्रयास किया जाएगा। स्कूल में प्रवेश निश्चित नहीं करवाने पर रद्द हो जाएगा।