नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने को है, लेकिन आरटीइ प्रवेश के दूसरे चरण की प्रवेश सूची अब तक जारी नहीं हुई है। प्रथम चरण की सूची के कई विद्यार्थी अब तक प्रवेश से वंचित हैं। आरटीइ प्रवेश नहीं देने पर स्कूलों को मान्यता रद्द करने तक की चेतावनी दी गई, लेकिन स्कूलों पर इसका असर नजर नहीं आ रहा है।
राज्यभर में 10 जून से नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो जाएगा। सत्र से पहले शिक्षा विभाग ने आरटीइ प्रवेश पूर्ण कर लेने का फैसला किया था। इसके बावजूद अब तक आरटीइ प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई है। प्रवेश की प्रथम सूची जारी करने के बाद अभिभावकों को जल्द स्कूल जाकर प्रवेश लेने का आदेश दिया गया था। कई स्कूलों ने अल्पसंख्यक होने और वेकेशन का बहाना बनाकर प्रवेश नहीं दिया। स्कूल में स्टाफ की कमी का बहाना भी बनाया गया। प्रवेश नहीं मिलने पर अभिभावकों ने स्कूल के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शिकायत की। स्कूलों को नोटिस भेजा गया, प्रवेश नहीं देने का कारण मांगा गया और प्रवेश नहीं देने पर मान्यता रद्द करने की चेतावनी दी गई। इस चेतावनी का स्कूलों पर कोई असर नहीं है। शैक्षणिक सत्र शुरू होने में सात दिन बचे हैं, अब तक प्रवेश प्रक्रिया की दूसरी सूची जारी नहीं हुई है। हजारों अभिभावक दूसरी सूची का इंतजार कर रहे हैं। पिछले साल भी ऐसा हुआ था। शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया था और बच्चे प्रवेश का इंतजार करते रहे। पिछले साल मामला अदालत में होने का हवाला देकर दूसरे चरण की सूची देर से जारी की गई थी। इस बार दूसरे चरण की सूची कब जारी होगी, फिलहाल कुछ अता-पता नहीं है। आरटीइ प्रवेश के जिम्मेदार अधिकारियों को भी इस मामले में किसी तरह की जानकारी नहीं है।
राज्यभर में 10 जून से नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो जाएगा। सत्र से पहले शिक्षा विभाग ने आरटीइ प्रवेश पूर्ण कर लेने का फैसला किया था। इसके बावजूद अब तक आरटीइ प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई है। प्रवेश की प्रथम सूची जारी करने के बाद अभिभावकों को जल्द स्कूल जाकर प्रवेश लेने का आदेश दिया गया था। कई स्कूलों ने अल्पसंख्यक होने और वेकेशन का बहाना बनाकर प्रवेश नहीं दिया। स्कूल में स्टाफ की कमी का बहाना भी बनाया गया। प्रवेश नहीं मिलने पर अभिभावकों ने स्कूल के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शिकायत की। स्कूलों को नोटिस भेजा गया, प्रवेश नहीं देने का कारण मांगा गया और प्रवेश नहीं देने पर मान्यता रद्द करने की चेतावनी दी गई। इस चेतावनी का स्कूलों पर कोई असर नहीं है। शैक्षणिक सत्र शुरू होने में सात दिन बचे हैं, अब तक प्रवेश प्रक्रिया की दूसरी सूची जारी नहीं हुई है। हजारों अभिभावक दूसरी सूची का इंतजार कर रहे हैं। पिछले साल भी ऐसा हुआ था। शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया था और बच्चे प्रवेश का इंतजार करते रहे। पिछले साल मामला अदालत में होने का हवाला देकर दूसरे चरण की सूची देर से जारी की गई थी। इस बार दूसरे चरण की सूची कब जारी होगी, फिलहाल कुछ अता-पता नहीं है। आरटीइ प्रवेश के जिम्मेदार अधिकारियों को भी इस मामले में किसी तरह की जानकारी नहीं है।
सीबीएसइ में हुआ नुकसान, अब जीएसइबी में भी होगा
जब आरटीइ के प्रथण चरण की प्रवेश प्रक्रिया चल रही थी, शहर के कई सीबीएसइ स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र की पढ़ाई का पहला चरण पूर्ण हो चुका था। प्रवेश प्रक्रिया देर से शुरू होने के कारण सीबीएसइ में प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों को नुकसान उठाना पड़ा। अब दूसरी सूची देर से जारी होने पर जीएसइबी बोर्ड में प्रवेश की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों को भी देर से प्रवेश मिलेगा। उनकी पढ़ाई का भी नुकसान होगा।
जब आरटीइ के प्रथण चरण की प्रवेश प्रक्रिया चल रही थी, शहर के कई सीबीएसइ स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र की पढ़ाई का पहला चरण पूर्ण हो चुका था। प्रवेश प्रक्रिया देर से शुरू होने के कारण सीबीएसइ में प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों को नुकसान उठाना पड़ा। अब दूसरी सूची देर से जारी होने पर जीएसइबी बोर्ड में प्रवेश की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों को भी देर से प्रवेश मिलेगा। उनकी पढ़ाई का भी नुकसान होगा।