कई स्कूलों ने आरटीइ के तहत विद्यार्थियों को प्रवेश तो दे दिया, लेकिन अब जब स्कूल खूलने को हैं, उन्होंने प्रवेश रद्द करना शुरू कर दिया है। अभिभावकों का आरोप है कि संचालक कह रहे हैं कि उनका नंबर गलत है, गलती से प्रवेश दिया गया है। इस तरह के बहाने बनाकर प्रवेश रद्द किए जा रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शिकायत तो कई आ रही हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ नोटिस भेजा जा रहा है।
जिला शिक्षा अधिकारी को गुरुवार को शहर के कई विद्यालयों के खिलाफ शिकायत की गई। इनमें कुछ विद्यालयों के पास गुजरात बोर्ड की मान्यता नहीं होने का आरोप है। मान्यता नहीं होने पर भी यह 9वीं में प्रवेश दे रहे हैं। ऐसे स्कूलों की सूची जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपकर उन पर कार्रवाई करने की मांग की गई है।