कोरोना के चलते भारतीय रेलवे की नियमित ट्रेनें बंद है। दीपावली, छठ पूजा को ध्यान में रखते हुए पश्चिम रेलवे ने स्पेशलों ट्रेनों के 300 से अधिक फेरे चलाए हैं, लेकिन स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम नाकाफी लग रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि 08406 अहमदाबाद-पुरी स्पेशल अहमदाबाद से शुक्रवार शाम 6.40 बजे रवाना होकर सूरत 11.05 बजे पहुंची। सूरत के बाद अगला स्टॉपेज नंदूरबार 1.28 बजे पहुंचती है। इसी दौरान चार से पांच लुटेरों ने अहमदाबाद- पुरी स्पेशल के जनरल कोच में यात्रियों को धारदार हथियार दिखाकर लूट को अंजाम दिया। जनरल कोच के कुछ यात्रियों ने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की गई।
उधना-चलथान स्टेशन के बीच लुटेरों ने ट्रेन की जंजीर खींच दी और ट्रेन धीमे होते ही चलती ट्रेन से उतरकर फरार हो गए। यात्रियों के हंगामे के कारण स्पेशल ट्रेन चलथान स्टेशन के पास करीब 17 मिनट अतिरिक्त खड़ी रही। इसके बाद रेलवे कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी हुई। रेलवे सुरक्षा बल, रेलवे पुलिस के जवान ट्रेन पर पहुंचे और यात्रियों को एफआईआर दर्ज करवाने के लिए थाने चलने के लिए कहा, लेकिन यात्रियों ने ट्रेन से उतरने से इनकार कर दिया। इसके बाद नंदूरबार स्टेशन पर रेलवे पुलिस को घटना की जानकारी देकर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए।
दूसरी वारदात करने में असफल रहे दूसरी घटना 09051 वलसाड-मुजफ्फरपुर श्रमिक स्पेशल ट्रेन शनिवार को वलसाड से रात 8.15 बजे रवाना होकर उधना स्टेशन 9.45 बजे पहुंची। उधना स्टेशन के बाद ताप्ती लाइन पर रेलवे गरनाला ब्रिज नं. एक और रेलवे कंट्रोल टावर के बीच चार अज्ञात लूटेरे ट्रेन में चढऩे की राह देख रहे थे। शुक्रवार को हुई लूट की घटना के बाद रेलवे सुरक्षा बल कांस्टेबल विपिन प्रमोद कुमार जाट रेलवे ट्रैक के पूर्व की ओर अकेले खड़े थे, जबकि अन्य एक उप निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह और सहायक उप निरीक्षक लक्ष्मण सिंह ट्रैक के पश्चिम की ओर मौजूद थे। तभी चलती ट्रेन में लुटेरों ने चढऩे का प्रयास किया, लेकिन रेलवे सुरक्षा बल के बिपिन ने लुटेरों को पकडऩे के लिए उनके पीछे दौड़ गए। लुटेरों संतोषी माता मंदिर के पास झोपड़पट्टी में घुस गए और बिपिन पर चाकू से हमला कर दिया। इसमें उन्हें कोहनी पर सामान्य चोट आई है। उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
वारदात पर पर्दा डालने के प्रयास तो नहीं! वारदात की सूचना मिलने पर रेलवे पुलिस थाना निरीक्षक बी. आर. डांगी ने सरकारी कार्य में रुकावट का मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू की है। दूसरी तरफ, मुम्बई मंडल में रेलवे सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है। गौरतलब है कि, सूरत में आरपीएफ थाना निरीक्षक के साथ पैसेंजर सेफ्टी और क्राइम ब्रांच की दो यूनिट कार्यरत है। वहीं, उधना में अलग से निरीक्षक की पोस्ट है। लेकिन लगातार दो दिन ट्रेन में हुई लूटपाट की घटना ने इन विभागों के कार्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्टेशन पर पाबंदी तो चलती ट्रेन में चढ़े लुटेरे ! कोरोना के चलते रेलवे स्टेशन परिसर में सिर्फ कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को प्रवेश की अनुमति है। सूरत और उधना स्टेशन के आसपास रेलवे ट्रैक के किनारे चोरी, लूट और मोबाइल की झपटमारी की घटनाएं आम दिनों में होती रहती है, लेकिन त्योहारी सीजन में स्पेशल ट्रेनों के यात्रियों की सुरक्षा की पोल खुल गई है। स्टेशन परिसर में कन्फर्म टिकट वालों को प्रवेश के बावजूद लुटेरे कहां से ट्रेन में चढ़े इसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। सूरत रेलवे सुरक्षा बल ने उधना और चलथान के बीच घटना होने की बात कहकर मामले से पल्ला झाड़ लिया है। जबकि ट्रेन सूरत से रवाना होने के बाद नंदूरबार स्टेशन ठहरती है। ऐसे में चलती ट्रेन में उधना के पास लुटेरों के चढऩे की आशंका हैं।
ट्रेन पेट्रोलिंग पार्टी मूकदर्शक की भूमिका में अहमदाबाद-पुरी स्पेशल ट्रेन में रेलवे सुरक्षा बल की स्कॉटिंग पर्टी की ड्यूटी लगाई जाती है। यह स्कॉटिंग पार्टी ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा के लिए मौजूद रहती है, लेकिन शुक्रवार को स्पेशल ट्रेन के जनरल डिब्बे में हुई लूट की घटना में स्कॉटिंग पार्टी कुछ भी नहीं कर पाई। लुटेरों ट्रेन में चढ़े और यात्रियों को लूटने के बाद ट्रेन से उतरने के लिए जंजीर खींची तब स्कॉटिंग पार्टी को कुछ अनहोनी होने की खबर मिली। जबकि स्थानीय रेलवे सुरक्षा बल अधिकारियों की लापरवाही भी उजागर हो गई है। घटना होने के बाद रविवार को मुम्बई से रेलवे सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर निरीक्षण करने पहुंचे हैं।
घटना हुई है, एफआईआर नहीं
अहमदाबाद-पुरी स्पेशल ट्रेन में शुक्रवार को घटना हुई थी, लेकिन यात्रियों ने लूट की एफआईआर दर्ज नहीं करवाई है। यात्रियों ने गंतव्य स्टेशन पर पहुंचने के बाद रिपोर्ट दर्ज करने की जानकारी रेलवे पुलिस को दी थी। घटना के चलते रेलवे ट्रैक के किनारे प्वॉइंट बनाकर रेलवे पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल की ज्वॉइंट गश्त बढ़ा दी है।
– डी. जी. कंथारिया, डिप्टी एसपी, रेलवे पुलिस, सूरत।