राजस्थान पत्रिका के स्वर्णिम भारत अभियान श्रेष्ठ एवं सराहनीय कदम है। स्वच्छता के लिए ज्ञानज्योत विद्यालय में प्रतिदिन प्रार्थना सभा में स्वच्छता की शपथ लेना तय किया है। जिससे प्रेरित होकर सभी स्वच्छता का ध्यान रखें।
लालजी नकुम, संचालक
यह अभियान सभी के लिए दिल से स्वीकारने योग्य है। आज से मैैं ये शपथ लेता हूं कि अपने आसपास कहीं भी गंदगी नहीं होने दूंगा। सभी बच्चों तक इस अभियान का संदेश पहुंचें, इसकी व्यवस्था करुंगा।
किशोर बांभणिया, प्रधानाचार्य
हर एक मनुष्य के जीवन में स्वच्छता अति मूल्यवान है। मनुष्य मन और शरीर से स्वच्छ रहेगा तो ही स्वस्थ जीवन जी सकेगा। दूसरों के सामने कचरा उठाने में शर्मिंदगी नहीं महसूस करनी चाहिए।
पार्थ बल्दानिया, छात्र
राजस्थान पत्रिका के अभियान 70 घंटे जो आपके गांव/ शहर की सूरत बदल देंगे…के बारे में सुनकर निश्चय किया है कि सबसे पहले मैं इस अभियान को अपने जीवन में उतारुंगी, ताकि दूसरों को प्रेरित कर सकूं।
आयुषी सैनी, छात्रा
मैंनें यह ठान लिया है कि अपने विद्यालय/घर/आस-पास कहीं भी गंदगी नहीं होने दूंगा। इस कार्य के लिए दूसरों को भी प्रेरित करुंगा। मैं स्वच्छ भारत-सुन्दर भारत में अपना योगदान अवश्य दंूगा।
राजेश सिंह, छात्र
राजस्थान पत्रिका के स्वर्णिम भारत स्वच्छता का अभियान में स्कूल के तीनों माध्यमों के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भाग लिया। विद्यालय तथा आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ रखने की शपथ ली गई।
– मनोजकुमार सिंह, प्रधानाचार्य