जिला विकास अधिकारी के मार्गदर्शन में संकलित बाल विकास योजना, जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय एवं महिला एवं बाल अधिकारी कार्यालय द्वारा बच्चों के नाम की सूची तैयार करने के बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग मीटिंग हुई। जिला विकास अधिकारी की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में संबंधित तालुका के नोडल अधिकारी, संबंधित गांव की प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों, प्रिंसिपल और शिक्षा अधिकारी भी मीटिंग में मौजूद थे। इसमें ड्रॉप आउट बच्चों के घर जाकर वास्तविक सर्वे करने, विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों की काउंसलिंग करने का निर्णय किया।
कुछ बच्चों की काउंसलिंग शुरू
मीटिंग के दौरान वलसाड तहसील के 361 बच्चों में से वलसाड शहर के अब्रामा क्षेत्र के 23 बच्चों के घर जाने का निर्णय किया गया। इसके बाद मंदिर फलिया के एक से 12वीं तक के ड्रॉ आउट मानसी राठोड, खुशी राठोड, अनामिका राठोड की काउंसलिंग शुरू की गई। अब्रामा स्कूल के आचार्य ने इन बच्चों को स्कूल में पुन: प्रवेश सहित अन्य मदद का आश्वासन दिया। बताया गया है कि काउंसलिंग के बाद कई बच्चों के अभिभावकों ने अपनी कठिन परिस्थिति के बाद भी बच्चों को फिर से स्कूल भेजने में उत्साह दिखाया। काउंसलिंग के दौरान जिला आरोग्य अधिकारी, प्राथमिक शिक्षा अधिकारी, प्रोग्राम ऑफिसर तथा तालुका हेल्थ ऑफिसर सहित अन्य लोग मौजूद थे।
मीटिंग के दौरान वलसाड तहसील के 361 बच्चों में से वलसाड शहर के अब्रामा क्षेत्र के 23 बच्चों के घर जाने का निर्णय किया गया। इसके बाद मंदिर फलिया के एक से 12वीं तक के ड्रॉ आउट मानसी राठोड, खुशी राठोड, अनामिका राठोड की काउंसलिंग शुरू की गई। अब्रामा स्कूल के आचार्य ने इन बच्चों को स्कूल में पुन: प्रवेश सहित अन्य मदद का आश्वासन दिया। बताया गया है कि काउंसलिंग के बाद कई बच्चों के अभिभावकों ने अपनी कठिन परिस्थिति के बाद भी बच्चों को फिर से स्कूल भेजने में उत्साह दिखाया। काउंसलिंग के दौरान जिला आरोग्य अधिकारी, प्राथमिक शिक्षा अधिकारी, प्रोग्राम ऑफिसर तथा तालुका हेल्थ ऑफिसर सहित अन्य लोग मौजूद थे।