19 साल पहले साथ पढ़ते थे
पुलिस के मुताबिक उकाई निवासी कमलेश वसावा पिछले कुछ समय से ३० वर्षीय महिला क्लर्क को परेशान कर रहा था। १९९९ में वह दसवीं कक्षा में उसके साथ ही पढ़ा था। वह इंजीनियरिंग कर दुबई चला गया था। अप्रेल २०१६ में वह फेसबुक के जरिए महिला क्लर्क के संपर्क में आया। सहपाठी होने के कारण महिला ने उससे चैटिंग की और अपना मोबाइल नम्बर दे दिया। उसने व्हॉट्सएप पर महिला को अश्लील फोटो और अभद्र भाषा में मैसेज भेजना शुरू कर दिया। महिला ने उससे यह सब बंद करने को कहा, लेकिन वह नहीं माना। महिला ने इस बारे में अपने पति से शिकायत की। उसके पति ने फोन पर कमलेश को समझाते हुए उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत करने की चेतावनी दी।
पुलिस के मुताबिक उकाई निवासी कमलेश वसावा पिछले कुछ समय से ३० वर्षीय महिला क्लर्क को परेशान कर रहा था। १९९९ में वह दसवीं कक्षा में उसके साथ ही पढ़ा था। वह इंजीनियरिंग कर दुबई चला गया था। अप्रेल २०१६ में वह फेसबुक के जरिए महिला क्लर्क के संपर्क में आया। सहपाठी होने के कारण महिला ने उससे चैटिंग की और अपना मोबाइल नम्बर दे दिया। उसने व्हॉट्सएप पर महिला को अश्लील फोटो और अभद्र भाषा में मैसेज भेजना शुरू कर दिया। महिला ने उससे यह सब बंद करने को कहा, लेकिन वह नहीं माना। महिला ने इस बारे में अपने पति से शिकायत की। उसके पति ने फोन पर कमलेश को समझाते हुए उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत करने की चेतावनी दी।
धमकी देने दुबई से सूरत आया कमलेश ने कहा कि वह दुबई में है, यहां पुलिस उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती । इस बीच महिला ने अपना मोबाइल नम्बर बदल दिया, लेकिन उसने कहीं से यह नम्बर हासिल कर लिया और सोमवार दोपहर महिला के कार्यालय पहुंच गया। कार्यालय के बाहर से उसने महिला को फोन किया और बाहर आकर मिलने के लिए कहा। महिला कार्यालय से छुट्टी लेकर घर रवाना हुई तो वह उसका पीछा करने लगा। डिंडोली पहुंचने पर उसने महिला को रोका तथा उसके साथ संबंध नहीं रखने पर सोशल मीडिया पर बदनाम करने की धमकी दी। उसने कहा कि वह उसके साथ हुई चैटिंग के मैसेज वायरल कर दुबई भाग जाएगा। वहां पहुंचे महिला के पति ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।