scriptGaneshotsav : आकार नहीं आकर्षण पर अधिक जोर दे रहे हैं मूर्तिकार | Sculptors are emphasizing more on attractiveness not size | Patrika News

Ganeshotsav : आकार नहीं आकर्षण पर अधिक जोर दे रहे हैं मूर्तिकार

locationसूरतPublished: Sep 09, 2021 10:38:21 am

Submitted by:

Dinesh M Trivedi

गणेशोत्सव – श्रीराम मंदिर, कोरोना तो कहीं ताऊते चक्रवात, सूरत में तैयार हो रही हैं थीम बेज्ड मूर्तियां
– मुस्लिम कारीगर बना रहे हैं राम मंदिर

Ganeshotsav : आकार नहीं आकर्षण पर अधिक जोर दे रहे हैं मूर्तिकार

Ganeshotsav : आकार नहीं आकर्षण पर अधिक जोर दे रहे हैं मूर्तिकार

दिनेश एम.त्रिवेदी/ मुकेश त्रिवेदी

सूरत. कोरोना से जैसे-जैसे हालात सामान्य होते जा रहे हैं वैसे वैसे लोगों में शहर के सबसे बड़े गणेशोत्सव को लेकर उत्साह बढ़ता जा रहा है। इस बार फिर से थीम बेज्ड़ गणपति की मूर्तियां जगह-जगह नजर आने लगी हैं। कुछ पूरी तरह तैयार हो गई है तो कुछ को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है। अधिकतर समसामयिक घटनाओं पर आधारित थीम्स पर ही मूर्तियां बन रही हैं।
सार्वजनिक रूप से गणेशोत्सव बनाने वाले मंडलों में भी काफी उत्साह हैं। मंडलों की मांग पर मूर्तिकार भगवान गणेश के अलग अलग रूपों में मूर्तियां तैयार कर रहे हैं। अडाजण स्नेह संकुल वाड़ी के निकट मूर्ति तैयार करने वाले निलेश भाई बताते हैं कि वे पिछले पन्द्रह वर्षो से इसमें संलग्न है। वे मुंबई से मिट्टी की बनी मूर्तियां मंगवाते हैं और फिर उनका रंगरोगन, कपड़े, जेवर समेत अन्य चीजों का इस्तेमाल कर उन्हें आकर्षक व कलात्मक रूप देते है।
Ganeshotsav : आकार नहीं आकर्षण पर अधिक जोर दे रहे हैं मूर्तिकार
हालात बेहतर होने के कारण उनकी बुकिंग लगभग खत्म हो गई है। अधिकतर मूर्तियां तैयार भी हो गई हैं और कुछ को अंतिम रूप से दिया जा रहा हैं। इस बार कोरोना संक्रमण, लॉकडाउन, वैक्सीनेशन, ऑन लाइन एज्युकेशन, ताउते चक्रवात इत्यादी थीम्स पर मूर्तियां तैयार की हैं। अडाजण के अलावा शहर के अठवा, चौकबाजार, कतारगाम, उधना, परवत पाटिया, वेसू, डिंडोली, समेत अन्य इलाकों में भी विभिन्न मूर्तिकार इसी तरह अलग अलग थीम्स पर कलात्मक मूर्तियों का निर्माण कर रहे हैं।
मूर्तिकारों ने बताया कि पूर्व में मूर्तियों के आकार और अधिक उंची मूर्तियां बनाने पर जोर रहता था। लेकिन पिछले कुछ वर्षो में पर्यावरण की समस्या व उसके बाद कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते मूर्तियों की उंचाई लगातार कम की जा रही हैं। इस बार भी प्रशासन की ओर से अधिकतम चार फिट की इको फ्रेड़ली मूर्तियों के निर्माण की ही अनुमति हैं। ऐसे में वे छोटी मूर्तियों को विभिन्न तरिकों से अधिक आकर्षक बनाने पर जोर दे रहे हैं।
मुस्लिम कारीगर बना रहे हैं राम मंदिर

मोती टॉकिज इलाके में मुस्लिम कारीगर अडाजण क्षेत्र के गॉर्डन ग्रुप के लिए अयोध्या में निर्माणाधिन श्रीराम मंदिर की थीम पर मूर्ति तैयार कर रहे हैं। इन कारीगरों द्वारा श्रीराम मंदिर की प्रतिकृर्ति बनाई जा रही है। जिसमें श्रीजी को भगवान राम के रूप में तैयार किया जा रहा हैं। गॉर्डन ग्रुप के हर्ष मेहता ने बताया कि भगवान श्रीराम सभी भारतीयों के आदर्श है। हमने इस थीम को देश में राम राज की आकांक्षा के साथ चुना है।
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