कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बाद से ही शहर में मौसमी बीमारियों समेत जलजनित बीमारियों ने अचानक हाहाकार मचा दिया है। नए सिविल अस्पताल में गणेश विसर्जन के दूसरे दिन सोमवार को ओपीडी में 3,000 मरीजों ने इलाज करवाया। इसमें 256 मरीजों को गंभीर बीमारी के इलाज के लिए भर्ती किया गया है। कोरोना काल से पहले मौसमी बीमारियों के चलते ओपीडी में आते थे इतने मरीज।
शहर में कोरोना की कमजोर पड़ने के बाद अब शहरवासियों ने भी बाजारों में निकलना शुरू किया है। गणपति उत्सव के दौरान भी लोगों ने बढ़ चढक़र हिस्सा लिया, लेकिन इसके अगले दिन ही न्यू सिविल अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या 3000 के करीब पहुंच गई। शहर में लगातार हो रही बारिश के कारण भी इन दिनों वायरल इन्फेक्शन व मच्छरजन्य रोगों के साथ-साथ अन्य मौसमी बीमारियों के मरीज आ रहे हैं। सितम्बर माह में न्यू सिविल के ओपीडी में आने वाले संख्या बढ़ते हुए अब 3000 तक पहुंच गई है। एक से 20 सितम्बर तक ओपीडी में कुल 38,015 मरीज आए। इसमें गंभीर रोगियों को विभिन्न अन्य बीमारियों के साथ नए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गणेश विसर्जन के दूसरे ही दिन 256 मरीजों को भर्ती किया गया है। दूसरी लहर के बाद अब तक का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है।
10-20 से 3000 तक पहुंचा आंकड़ा गौरतलब है कि न्यू सिविल में कोविड महामारी के दौरान ओपीडी बंद हो गई थी। अन्य बीमारियों के मरीजों की संख्या घटकर 10-20 रह गई थी। लेकिन नॉन कोविड ओपीडी शुरू होने के बाद अब मरीज अधिक आ रहे हैं। पिछले एक महीने में मौसमी बीमारियों से 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। शहर के निवासी सामान्य बुखार और सिरदर्द को सामान्य बीमारी मानकर मेडिकल स्टोर से दवाइयां ले लेते हैं। जब बीमारी गंभीर रूप धारण करती है तो वे अस्पताल पहुंचते हैं। इससे मौत तक हो जाती है।
न्यू सिविल की ओपीडी तथा भर्ती मरीजों की स्थिति दिनांक /ओपीडी केस /भर्ती हुए 20 सितम्बर -2981 -256 19 सितम्बर -384 -107 18 सितम्बर -1637 -165 17 सितम्बर -2180 -207
16 सितम्बर -2303 -211 15 सितम्बर -1815 -198