पुलिस निरीक्षक जेपी सोलंकी ने बताया कि २६ वर्षीय युवती फैजाबाद जिले की मूल निवासी है। वह २०१५ में सचिन क्षेत्र में रहने वाली बुआ के यहां रहने आई थी। घर के निकट रहने वाले रिश्तेदारी में चाचा आदेश चमार ने उसके साथ दुष्कर्म किया। १२ फरवरी, २०१५ को उसने गांव ले जाने का झांसा दिया और ऑटो रिक्शे में बिठाकर रेलवे स्टेशन ले गया। ट्रेन में भीड़ अधिक होने का बहाना कर डिंडोली थाना क्षेत्र के भेस्तान स्थित आवास पर ले आया और तीन दिन दुष्कर्म किया। किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। बाद में वह उसे घर छोड़ गया। कुछ समय युवती धमकी के डर से चुप रही। फिर चाचा की करतूत के बारे में परिजनों को बताया तो उसे थाने ले गए।
यूपी पुलिस ने दर्ज नहीं की प्राथमिकी
युवती की दुष्कर्म के गंभीर आरोपों की शिकायत के बावजूद उत्तरप्रदेश पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की। उन्होंने मामला सूरत का बता कर थाने से भगा दिया। तीन साल तक नियमानुसार जीरो नम्बर से प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए थाने के चक्कर लगाते रहे, लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई। आखिरकार उन्होंने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय ने डिंडोली थाना पुलिस को मामला दर्ज कर कार्रवाई का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस ने बुधवार रात मामला दर्ज किया।
आरोपी चाचा फरार
पुलिस ने बताया कि आरोपी आदेश फैजाबाद जिले के रुदौली थाना क्षेत्र के मीरापुर गांव का मूल निवासी है। वह पहले सचिन में दिहाड़ी मजदूरी करता था। फिलहाल फरार है और उसका सुराग लगाने के प्रयास जारी हैं।
बिना पूछे बताया ओटीपी, खाते से ४३ हजार पार
सूरत. बैंककर्मी के रूप में पहचान देकर एक ठग ने महिधरपुरा क्षेत्र की एक विधवा के बैंक खाते से ४३ हजार ९९३ रुपए पार कर दिए। पुलिस के मुताबिक मणियारा शेरी तिरुमाला अपार्टमेंट निवासी रेखा जकन जरीवाला (60) का बैंक ऑफ बड़ौदा की वाणिया शेरी शाखा में खाता है। ३० जून को किसी ने उसके मोबाइल पर कॉल कर अपनी पहचान बैंककर्मी के रूप में दी। उसने कहा कि एटीएम की वेलिडिटी पूरी हो गई है, अगर कार्ड चालू रखना है तो आधार और कार्ड का नम्बर बताइए। रेखा ने उसे आधार और एटीएम कार्ड के नम्बर के साथ बिना पूछे ओटीपी नम्बर भी बता दिया। इसका उपयोग कर उसके खाते से रुपए पार कर दिए गए। बैंक से इस बारे में जानकारी मिलने पर उसने महिधरपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई।