गौरतलब है कि पीयूष सावलिया और धवल मावाणी को अपहरण कर उनसे 155 करोड़ के 2256 बिटकॉइन जबरन ट्रांसफर कराने को लेकर सीआइडी क्राइम की सूरत यूनिट ने बिल्डर शैलेष भट्ट समेत दस जनों के खिलाफ अपहरण और लूट का मामला दर्ज किया है। अब तक शैलेष भट्ट के भांजे निकुंज भट्ट समेत पांच अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि शैलेष भट्ट ने गिरफ्तारी से बचने के लिए सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। गुरुवार को याचिका पर सुनवाई होनी थी। साथ ही शैलेष भट्ट ने उच्च न्यायालय में क्वॉशिंग पिटीशन भी दायर की है और उच्च न्यायालय शिकायतकर्ता सीआइडी क्राइम के निरीक्षक जे.एच.दहिया को नोटिस जारी कर सुनवाई के लिए 20 जून का दिन तय किया है। जबकि गुरुवार को सेशन कोर्ट ने भी जमानत याचिका पर सुनवाई टालते हुए सुनवाई के लिए 25 जून का दिन तय किया है। उधर, कड़ोदरा शिवांजलि रो-हाउस निवासी संजय छगन चोड़वडिय़ा, कापोद्रा सागर सोसायटी निवासी धीरू नागजी अकबरी और ममतापार्क सोसायटी निवासी गोरधन नागजी अकबरी ने भी गुरुवार को सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की। बताया जा रहा है कि पांच अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ है कि अभियुक्तों ने बिटकॉइन बेच कर रुपए जमीन खरीदने में निवेश किए हैं और इसी मामले में तीनों का नाम सामने आने के बाद सीआइडी क्राइम तीनों को समन भेजकर बयान दर्ज करवाने के लिए बुला रही है। उन्हें डर है कि बयान दर्ज करवाने के बहाने बुलाने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।