scriptSHAME जिन हाथों को थामनी थी कलम, शिक्षकों ने थमाई झाड़ू | shame students clean the toilets in the school | Patrika News

SHAME जिन हाथों को थामनी थी कलम, शिक्षकों ने थमाई झाड़ू

locationसूरतPublished: Oct 06, 2019 12:46:14 pm

विद्यार्थियों से स्कूल में शौचालय की सफाई करवाई, सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हडकंप

SHAME जिन हाथों को थामनी थी कलम, शिक्षकों ने थमाई झाड़ू

clipart

वलसाड. शिक्षकों पर जिन हाथों को कलम थमाने की जिम्मेदारी थी उन्होंने उन्हीं मासूम हाथों में झाड़ू थमा दी। यह कारनामा भी उस सरकार के सरकारी स्कूल में हुआ जो हर साल गुणोत्सव और शाला प्रवेश जैसे कार्यक्रमों के आयोजन पर भारी भरकम रकम खर्च करती है। जी हां, हम बात कर रहे हैं मोदी के गुजरात की। दक्षिण गुजरात की उमरगाम तहसील के अंकलाछ गांव की सरकारी स्कूल में विद्यार्थियों से शौचालय की सफाई करवाने का वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा जगत में सनसनी मच गई है। वीडियो देखकर हरकत में आए शिक्षा विभाग ने मामले की जांच करवाने की जानकारी दी है।
बताया गया है कि अंकलाछ के मुख्य प्राथमिक स्कूल में आसपास के विस्तारों से आदिवासी बच्चे पढऩे आते हैं। एक से आठवीं कक्षा तक चलने वाले स्कूल में 450 विद्यार्थी पढ़ते हैं। कुछ दिनों से स्कूल के बच्चों से ही शौचालय की सफाई करवाने का आरोप लग रहा है। विद्यार्थियों से शौचालय सफाई का वीडियो बनाकर किसी ने वायरल कर दिया। इसके बाद शिक्षा विभाग और उमरगाम तहसील पंचायत में हडक़ंप मचा हुआ है। बच्चों से शौचालय की सफाई कराने की जानकारी आम होते ही अधिकारी हरकत में आए और स्कूल पहुंचकर घटना की जानकारी ली।
स्कूल के एक कर्मचारी ने माना कि स्कूल में सफाई के लिए अलग से ग्रान्ट मिलती है, उसके बाद भी बच्चों से ही सफाई करवाई जाती है। स्कूल के प्रिंसिपल नरेन्द्र टंडेल ने बताया कि बच्चों से शौचालय की सफाई नहीं करवाई गई है। शिक्षा अभियान के तहत स्कूल मैदान व अन्य जगहों की सफाई करवाई गई। वहीं आसपास के लोगों ने बच्चों से सफाई करवाने को गंभीरता से लेकर शिक्षा विभाग से इस मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। कई लोगों ने बताया कि गरीब वर्ग के बच्चे स्कूल में मुफ्त शिक्षा और खाना मिलने के कारण आते हैं। उनसे सफाई करवाई जा रही है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो