भोपाल की तर्ज पर मनपा प्रशासन ने शहर में भी साझे की साइकिलें दौड़ाना शुरू किया था। इसके लिए शहरभर में अलग-अलग जगहों पर डिपो बनाए गए थे और कोई भी व्यक्ति साइकिल को किसी भी डिपो से लेकर किसी भी डिपो में जमा करा सकता था। सूरतीयों को मनपा का यह प्रयोग खासा पसंद आया था और उन्होंने इसे हाथोंहाथ लिया था। कोरोना के कारण मनपा प्रशासन ने इन साइकिलों का संचालन बंद कर दिया था। अनलॉक-4.0 में जब बहुत कुछ अनलॉक हो गया, मनपा प्रशासन ने साझे की साइकिलों को भी अनलॉक करते हुए लोगों के लिए खोल दिया।
मनपा प्रशासन ने शुरुआत में इसे अठवा जोन में दौड़ाना शुरू किया है। जोन के 25 डिपो पर करीब ढाई सौ साइकिलें हैं। रोजाना औसतन आठ सौ लोग इन साइकिलों की सवारी कर रहे हैं। मनपा प्रशासन के मुताबिक यह संख्या कोरोना से पहले के मुकाबले कम है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में संतोषजनक कही जा सकती है। अठवा जोन के रिस्पांस को देखते हुए मनपा प्रशासन मान रहा है कि दूसरे जोनों में भी लोग इन साइकिलों को लेकर जाना पसंद करेंगे। इसके लिए मनपा ने कवायद शुरू कर दी है।
सुबह-शाम ज्यादा ट्रैफिक
मनपा प्रशासन के मुताबिक साइकिलें लेकर जाने वालों में कामकाजी लोगों की संख्या कम है। सुबह-शाम तफरीह के लिए लोग ज्यादा आ रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस आंकड़े में सुधार देखने को मिलेगा।