शिव सेना के सूरत शहर प्रमुख विलास पाटिल ने बताया कि तीन साल की मासूम बच्ची को जिस तरह से कई दिनों तक प्रताडि़त किया गया और फिर हत्या की गई है। यह हत्यारे की क्रूरता को दर्शाता है। ऐसे निर्दयी हत्यारे समाज में खुले घूमे यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इसलिए सेना की ओर से बच्ची की पहचान बताने वाले को दस हजार रुपए व हत्यारे का ठोस सुराग देने वाले को पचास हजार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जायेगी।उन्होंने बताया कि पार्टी के कार्यकर्ता भी बच्ची की पहचान के लिए कार्यरत है। बच्ची के फोटो सहित पेम्पलेट लेकर शहर के अलग अलग इलाकों में घूम रहे है तथा पुलिस की सहायत कर रहे है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी पुलिस द्वारा जारी किए गए मैसेज वॉयरल कर लाखों लोगो तक पहुंचने की प्रयास किया जा रहा है। ताकी बच्ची की शिनाख्त हो सके। उल्लेखनीय है कि मंगलवार दोपहर पुलिस को वडोद-जीयाव रोड पर प्राइम प्वाइंट के निकट एक तीन साल की बच्ची का शव बरामद हुआ था। पीला टॉप व गुलाबी केप्री पहनी हुई एक बच्ची के शरीर पर तीन-चार दिन पुराने मारपीट के २२ से अधिक निशान पाए गए थे। बच्ची की मौत शव बरामद होने से चौबिस घंटे पूर्व सिर में अंदरूनी चोट लगने से हुई थी। पुलिस ने बच्ची को प्रताडि़त कर उसकी हत्या करने और सबूत मिटाने के लिए उसका शव झाडिय़ों में फेंकने की आशंका के चलते मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।
वहीं पांडेसरा पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की डीसीबी, पीसीबी व एसओजी शाखाओं ने सभी संभावित स्थानों पर बच्ची की शिनाख्त के प्रयास में जुटी है। इसके लिए वडोद, जीयाव, पांडेसरा, बमरोली, भेस्तान, डिंडोली, सचिन व उधना समेत अन्य इलाकों की नर्सरी स्कूलों में भी पूछताछ की जा रही है। बच्ची के शरीर पर मिले कपड़े के आधार पर भी पड़ताल की जा रही है। कपड़े नए है तथा फूटपाथ पर बेचे जाने वाले कपड़ों जैसे है। पीले रंग के टॉप पर एंग्री बर्ड का चित्र है। पुलिस इस दिशा में फूटपाथ पर कपड़े बेचने वालों से भी पूछताछ कर रही है।