हजारों लोगों ने ग्रहण किया महाप्रसाद
महाशिवरात्रि के बाद जगह-जगह महाप्रसाद वितरण हुआ। दादरा सांई कॉम्प्लेक्स में करीब दो हजार श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद का लाभ उठाया। बालाजी मंदिर में भगवान शिव को भोग लगाकर महाप्रसाद वितरित किया। अंतिम दिन पांच हजार से अधिक लोगों से महाप्रसाद ग्रहण किया।
महाशिवरात्रि के बाद जगह-जगह महाप्रसाद वितरण हुआ। दादरा सांई कॉम्प्लेक्स में करीब दो हजार श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद का लाभ उठाया। बालाजी मंदिर में भगवान शिव को भोग लगाकर महाप्रसाद वितरित किया। अंतिम दिन पांच हजार से अधिक लोगों से महाप्रसाद ग्रहण किया।
ब्रह्माकुमारीज के नए भवन की रखी आधारशिला
सिलवासा. ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय ने नरोली में नए भवन की पहली ईंट रखी। आधारशिला कार्यक्रम में शाखा प्रभारी सुरेखाबेन, नरोली सरपंच प्रीतिबेन दोडिय़ा, उपसरपंच निलेश सिंह सोलंकी, ब्रह्मा कुमारीज इन्दू माताजी सहित बीके की बहनों ने हिस्सा लिया। सिलवासा में भवन के बाद ब्रह्माकुमारीज का यह दूसरा बड़ा भवन होगा। इसमें राजयोग, सत्संग, ध्यान , प्रार्थना और सभा के अलग-अलग कक्ष बनाए जाएंगे। सुरेखाबेन ने बताया कि परमपिता परमात्मा प्राप्ति व सुख शांति के लिए राजयोग की शिक्षा आवश्यक है। राजयोग से मन को शांति मिलती है। जीवन का असली आनंद प्राप्त होता है। प्रदेश में ब्रह्माकुमारीज के सदस्यों की संख्या बढ़ी है। शाखा ने शहर के अलावा गांवों में राजयोग केन्द्र खोले हैं। इन केन्द्रों के विस्तारीकरण की योजना चल रही है। नरोली में ब्रह्माकुमारीज का भवन बनने के बाद अथाल, खरड़पाड़ा, भिलाड़ तथा आसपास के श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा।
सिलवासा. ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय ने नरोली में नए भवन की पहली ईंट रखी। आधारशिला कार्यक्रम में शाखा प्रभारी सुरेखाबेन, नरोली सरपंच प्रीतिबेन दोडिय़ा, उपसरपंच निलेश सिंह सोलंकी, ब्रह्मा कुमारीज इन्दू माताजी सहित बीके की बहनों ने हिस्सा लिया। सिलवासा में भवन के बाद ब्रह्माकुमारीज का यह दूसरा बड़ा भवन होगा। इसमें राजयोग, सत्संग, ध्यान , प्रार्थना और सभा के अलग-अलग कक्ष बनाए जाएंगे। सुरेखाबेन ने बताया कि परमपिता परमात्मा प्राप्ति व सुख शांति के लिए राजयोग की शिक्षा आवश्यक है। राजयोग से मन को शांति मिलती है। जीवन का असली आनंद प्राप्त होता है। प्रदेश में ब्रह्माकुमारीज के सदस्यों की संख्या बढ़ी है। शाखा ने शहर के अलावा गांवों में राजयोग केन्द्र खोले हैं। इन केन्द्रों के विस्तारीकरण की योजना चल रही है। नरोली में ब्रह्माकुमारीज का भवन बनने के बाद अथाल, खरड़पाड़ा, भिलाड़ तथा आसपास के श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा।