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दुकान से इ टिकट बनाने वालों पर गिरी गाज, दो एजेंट गिरफ्तार

locationसूरतPublished: May 22, 2019 09:35:27 pm

Submitted by:

Sanjeev Kumar Singh

2.88 लाख रुपए के इ-टिकट बरामद
रेलवे सुरक्षा बल की अपराधा शाखा ने उधना और दमण में की कार्रवाई

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दुकान से इ टिकट बनाने वालों पर गिरी गाज, दो एजेंट गिरफ्तार

सूरत.

सूरत रेलवे सुरक्षा बल की अपराध शाखा ने दो अलग-अलग मामलों में इ-टिकट एजेंटों पर कार्रवाई करते हुए दो लाख 88 हजार 884 रुपए के 110 इ-टिकट बरामद कर दो एजेंटों को गिरफ्तार किया है।

सूरत रेलवे सुरक्षा बल अपराध शाखा के निरीक्षक अरुण कुमार सिंह को उधना के आरती ट्रैवल्स में इ-टिकट की कालाबाजारी की सूचना मिली थी। रेलवे सुरक्षा बल के कांस्टेबल मुकेश सिंह तथा राकेश यादव ने उधना सचिन नवागाम के आरती टै्रवल्स पर छापे की कार्रवाई की। वहां मुकेश कुमार सुरेन्द्र चौधरी (37) को गिरफ्तार किया गया। उसके पास ७३ इ-टिकट बरामद हुए, जिनकी कीमत दो लाख नौ हजार 784 रुपए बताई गई है। इनमें 8 टिकटों पर यात्रा शेष है, जबकि 65 पर यात्रा हो चुकी है।
दुकान से एक ऑर्डर बुक, नकद दो सौ रुपए, आइडी-पासवर्ड लिस्ट, लेपटॉप और विजिटिंग कार्ड समेत अन्य सामग्री जब्त की गई। इसी तरह अपराध शाखा के कांस्टेबल मुकेश सिंह और राकेश यादव ने दमण में महालक्ष्मी कंप्यूटर एंड मोबाइल नाम की दुकान पर छापे की कार्रवाई की। वहां से मुकेश दौलत यादव (31) को गिरफ्तार किया गया। उसके पास 79 हजार 820 रुपए के 37 इ-टिकट बरामद हुए। इनमें तीन टिकट पर यात्रा शेष है।
दुकान से एक निजी आइडी-पासवर्ड लिस्ट, लेपटॉप, तीन सौ रुपए नकद और विजिटिंग कार्ड समेत अन्य सामग्री जब्त की गई। दोनों इ-टिकट एजेंटों को आगे की कार्रवाई के लिए उधना तथा वापी रेलवे सुरक्षा बल थाने को सौंप दिया गया। दोनों के खिलाफ रेलवे एक्ट की धारा 143 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

सूत्रों ने बताया कि आरती ट्रैवल्स से गिरफ्तार कुमार चौधरी तथा दमण की दुकान से गिरफ्तार मुकेश यादव के पास पे वल्र्ड का आइआरसीटीसी द्वारा जारी लाइसेंस मिला है। दोनों एजेंट निजी आइडी से ग्राहकों के लिए टिकट बुक करते थे और पचास से सौ रुपए कमीशन लेकर टिकट बेचते थे।

अनाधिकृत दलालों पर अंकुश नहीं

सूरत स्टेशन पर अनाधिकृत दलालों का गिरोह अब भी सक्रिय है। राजस्थान पत्रिका ने अप्रेल में खबरें प्रकाशित कर रेलवे का ध्यान इस ओर दिलाया था, लेकिन रेलवे सुरक्षा बल या रेलवे पुलिस ने इस गिरोह के एक भी सदस्य को गिरफ्तार नहीं किया है। राजस्थान पत्रिका को एक यात्री ने स्टेशन के बाहर खड़े रहने वाले दलालों से बातचीत की रिकॉर्डिंग भेजी है। इसमें दलाल यात्री से अपना कमीशन 200 रुपए, आरक्षण केन्द्र के मास्टर के एक हजार तथा टिकट बाबू के दो सौ रुपए देने पर कन्फर्म टिकट देने की बात कह रहा है।
यात्री ने दलाल से उसका नाम पूछा तो उसने बताने से इनकार कर दिया। उसने कहा कि सिर्फ टिकट से मतलब रखो, कन्फर्म टिकट मिल रहा है न। उल्लेखनीय है कि यह दलाल यात्रियों को जनरल या वेटिंग टिकट देकर उसके पीछे सीट नम्बर लिख देते हैं लेकिन टिकट कन्फर्म नहीं होता और यात्री ट्रेन में खुद को ठगा हुआ महसूस करता है। छुट्टियों के सीजन में इस तरह के दलालों पर रोक लगाने के लिए रेलवे द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
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