-सेवादार भी साथ में रहे तैनात 55 किलोमीटर के रास्ते में दौड़ते डाक कांवडिय़ों की देखभाल के लिए सूरत मूवर्स एंड पैकर्स एसोसिएशन के सदस्य व पदाधिकारी सेवादार के रूप में तैनात रहे। सात मोटरसाइकिल व तीन-चार कार में सभी तरह की सुविधाओं के साथ 40 सदस्यों की टीम भी वाघेचा धाम से डाक कांवडिय़ों के साथ लगातार रही। इसमें एसोसिएशन के प्रदीप शर्मा, प्रकाश स्वामी, पंकज यादव, कैलाश सैनी आदि शामिल थे। डाक कांवडिय़ों के आशापुरा हनुमान-महादेव मंदिर पहुंचने पर शोभायात्रा भी निकाली गई और इसमें बड़ी संख्या में कई श्रद्धालु मौजूद थे।
-पहला प्रयास रहा सार्थक श्रावण के पहले सोमवार को सूरत में पहली बार 55 किलोमीटर लम्बी डाक कांवड़ यात्रा निकाली गई। डाक कांवड़ यात्रा का काफी समय से सूरत मूवर्स एंड पैकर्स एसोसिएशन के सदस्यों के मन में विचार था जो सोमवार को सार्थक साबित हो गया।
प्रकाश स्वामी, उपाध्यक्ष, सूरत मूवर्स एंड पैकर्स एसोसिएशन।
-हरिद्वार से उठा चुके हैं डाक कांवड़ श्रावण मास के पहले सोमवार को सूरत में पहली बार वाघेचा धाम से निकली डाक कांवड़ यात्रा में शामिल रहे श्रद्धालु डाक कांवडिय़ों ने राजस्थान पत्रिका को बताया कि सूरत में अवश्य डाक कांवड़ पहली बार निकाली गई है, लेकिन इससे पहले वे लोग उत्तराखंड स्थित हरिद्वार से गंगाजल डाक कांवड़ में लेकर दौड़ते हुए राजस्थान तक आए हैं। श्रावण मास में डाक कांवड़ यात्रा हरियाणा, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड के समान राजस्थान के शेखावाटी अंचल में स्थित सीकर, चुरु, झुंझुनूं के अलावा अब श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ में भी खूब निकलती है।