दीपावली से ऐन पहले मार्केट सील होने से कपड़ा व्यापारियों में रोष है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई त्योहार के बाद भी हो सकती थी। व्यापारियों ने बताया कि दो दिन मार्केट बंद होने से बाहर से आए व्यापारी भी लौट गए। मार्केट में अलग-अलग कपड़ा कारोबारियों की 600 से ज्यादा दुकानें है।
दमकल के मुताबिक, तक्षशिला अग्निकांड के बाद शहर की सभी बड़ी इमारतों को फायर एनओसी के लिए नोटिस जारी किए गए थे। 15 मीटर से अधिक ऊंची हाइराइज इमारतों को अनिवार्य रूप से फायर एनओसी लेने के लिए कहा गया था।
सिल्क सिटी प्रबंधन मंगलवार को दिनभर कागजी कार्रवाई पूरी करने में लगा रहा। प्रबंधन की ओर से लिखित में यह आश्वासन दिया गया कि समय रहते अग्नि सुरक्षा उपाय मुकम्मल कर लिए जाएंगे। इसके बाद दमकल टीम ने शाम सात बजे मार्केट की सील खोल दी। आग लगने के बाद काटी गई बिजली नहीं जुड़ी थी, इसलिए मंगलवार को भी दुकानें बंद ही रहीं।
दीपावली से पहले दमकल की इस कार्रवाई से व्यापारियों में खासी नाराजगी रही। उन्होंने कहा कि त्योहार की खरीददारी के बीच लगातार दो दिन मार्केट बंद रहने से कारोबार खासा प्रभावित हुआ है। मार्केट सील करने की कार्रवाई त्योहार के बाद भी की जा सकती थी। साथ ही प्रबंधन समय रहते फायर सेफ्टी सिस्टम सक्रिय कर एनओसी ले लेता तो यह परेशानी नहीं झेलनी पड़ती। हालांकि प्रबंधन का कहना है कि उसने एनओसी के लिए आवेदन तो किया था।
तीन और मार्केट सील सिल्कसिटी मार्केट के बाद मंगलवार को दमकल विभाग ने तीन और मार्केट को सील कर दिया। एमजी मार्केट, जगदंबा मार्केट और मनोज मार्केट में अग्नि सुरक्षा उपाय नहीं किए गए हैं। इसके अलावा अग्नि सुरक्षा उपाय में लापरवाही बरतने पर दमकल ने सिल्वर पाइंट शॉपिंग सेंटर को भी सील कर दिया।