scriptसिलवासा: रात 8 बजे से सवेरे 6 बजे तक कर्फ्यू | Silvasa: Curfew from 8 PM to 6 AM | Patrika News

सिलवासा: रात 8 बजे से सवेरे 6 बजे तक कर्फ्यू

locationसूरतPublished: Apr 06, 2021 09:20:41 pm

Submitted by:

Gyan Prakash Sharma

कोरोना वायरस : उद्योगकर्मी अपने पहचान पत्र के साथ आवाजाही कर सकेंगे

सिलवासा: रात 8 बजे से सवेरे 6 बजे तक कर्फ्यू

सिलवासा: रात 8 बजे से सवेरे 6 बजे तक कर्फ्यू

सिलवासा. कोरोना के बढ़ते केसों पर अंकुश लगाने के लिए जिला कलक्टर संदीप कुमार सिंह ने क्षेत्र में धारा 144 लगा दी है। अब 5 व्यक्ति एक साथ बिना अनुमति के एकत्रित नहीं हो सकते। इसके साथ रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू बढ़ाया गया है। पहले कफ्र्यू का समय रात 10 बजे से सवेरे 5 बजे तक था। नाइट कर्फ्यू की अवधि में उद्योगकर्मी अपने पहचान पत्र के साथ आवाजाही कर सकेंगे। अब कोविड-19 नियमों को कड़ाई से पालन कराया जाएगा।

कोरोना को लेकर लोगों में बहुत गलतफहमियां हैं। सबसे बड़ी गलतफहमी यह है कि वास्तव में कोरोना जैसी कोई चीज है ही नहीं। लोग इस प्रौपेगेंडा में फंस जा रहे हैं कि कोरोना जैसा कुछ भी नहीं है। इस वजह से कई तरह की भ्रांतियां पैदा हो रही हैं। अशिक्षित लोग भी इसके शिकार हैं। स्वास्थ्य के जानकारों का कहना है कि लोगों में अब भी डर नहीं हैं, वे कोविड नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं जिससे महामारी की चपेट में आने वालों की संख्या निरंतर बढ़ रही है।

महामारी कोरोना ने संपूर्ण दुनिया को भले ही झकझोर कर रख दिया लेकिन दादरा नगर हवेली के देहातों में उसका खौफ कहीं नजर नहीं आता। गांवों के आदिवासी बुनियादी सुविधाओं को पाकर ही स्वयं को निहाल समझने वाले लोग अलबत्ता कोरोना से बेफिक्र हैं। महाराष्ट, सीमा से लगे गांवों के आदिवासी अपनी रोजी रोटी के लिए जंगली संपदा के एकत्रण, पशुधन पालन, महुआ के बीज, पत्ते आदि चुनने घरों से निकल जाते हैं, तथा देर शाम को घर लौटते हैं। कौंचा निवासी वंशा माढ़ा ने बताया कि कोरोना महामारी शहरों की है। गांवों में लोग मेहनत करके गुजारा करते हैं, इससे लोगों को कोरोना से कोई तालुक नहीं है। गांव के लोग खेती, पशुधन और नौकरी पर आश्रित हैं। वे सोशल डिस्टेंस, मास्क जैसी कोई पाबंदियों से अनभिज्ञ हैं।
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