न्यू सिविल अस्पताल के अनुसार सचिन तलंगपुर रोड शिवांजली सोसायटी निवासी अशोक मौर्या का चार वर्षीय पुत्र आदित्य घर के पास खेल रहा था। इसी दौरान श्वान दौड़ता हुआ उसके बेटे के पास पहुंच गया और हमला कर दिया। इसमें आदित्य के चेहरे पर और पीठ पर श्वान ने काट लिया। स्थानीय लोगों ने तुरंत मदद की और बच्चे को श्वान से बचा लिया। इसके बाद परिवार के लोग उसे न्यू सिविल अस्पताल लेकर आए।
न्यू सिविल और स्मीमेर अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन राहत दर पर मरीजों के लिए उपलब्ध होता है। शहर के पांडेसरा, भेस्तान, उधना, वराछा, कतारगाम, नानपुरा, रांदेर क्षेत्रों में पिछले कुछ समय से श्वान के काटने के अधिक केस सामने आ रहे है। अक्टूबर माह में न्यू सिविल अस्पताल से करीब 500 से अधिक मरीजों ने श्वान के काटने के बाद रैबीज का इंजेक्शन लिया है। जबकि एक साल में श्वान के काटने के 11 हजार से अधिक मामले सामने आते है।
नसबंदी के नाम पर लाखों खर्च गौरतलब है कि, हाल में श्वान के नसबंदी करने पर मनपा द्वारा किए गए खर्च की जानकारी आरटीआई से बाहर आई थी, जो काफी चर्चा में रही थी। श्वान पर नियंत्रण करने के लिए मनपा कार्यक्रम चलाती रहती है। लेकिन फिर भी शहर के सडक़ों पर श्वान के हमले से खासतौर से मोटरसाइकिल, मोपेड सवार दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।