– रोक के बावजूद टूर :
सौराष्ट्र के शैक्षणिक प्रवास पर गई सूरत के ताडवाड़ी गांव की प्राथमिक स्कूल की बस 18 जनवरी 2016 को केसोद में पलट गई थी। जिसमें चार विद्यार्थियों सहित छह की मौत हो गई थी और 25 से अधिक विद्यार्थी घायल हो गए थे। इस हादसे के बाद राज्य सरकार ने बिना अनुमति के टूर पर रोक लगा दी थी। समिति के प्राचार्यों ने आरोप लगाया है कि निरीक्षक और कई प्राचार्य मूल्यांकन में ऊपर आने के लिए बिना अनुमति और बिना सुरक्षा के शैक्षणिक टूर कर रहे हैं।
– कार्रवाई की चेतावनी :
SURAT SMC SCHOOL प्राचार्यों का कहना है कि एक निरीक्षक के पास 30 से अधिक स्कूल होती है। निरीक्षक प्रदर्शन अच्छा दिखाने के चक्कर में स्कूल पर टूर करवाने का कड़ा दबाव बना रहे हैं। मना करने पर कार्रवाई की चेतावनी देते हैं। दबाव में प्राचार्य बिना किसी की अनुमति के टूर आयोजित करते हैं।
– बस का इंतजार :
SURAT SMC SCHOOL प्राचार्यों ने यह भी आरोप लगाते हैं कि राजनीतिक कार्यक्रम के लिए तो बच्चों को स्थल पर ले जाने का परिपत्र जारी किया जाता है, बस भी आ जाती है, लेकिन टूर के लिए बस की मांग करने पर बजट अवरोध बन जाता है। साथ ही अनुमति का इंतजार करना पड़ता है।
– मूल्यांकन के चक्कर में टूर का आयोजन :
SURAT SMC SCHOOL शैक्षणिक टूर को लेकर कोई नियम नहीं है। बस के लिए अनुमति नहीं मांगी गई थी, इसलिए टेम्पो में बच्चों को ले जाया जा रहा था। ऊपर से आदेश आने के बाद टूर रद्द कर दिया गया। आगे से टेम्पो में टूर नहीं ले जाएंगे। गुणोत्सव के मूल्यांकन में टूर के अंक भी जुड़ने के चलते टूर का आयोजन किया गया था।
– शोएब अजमेरवाला, निरीक्षक , सूरत नगर प्राथमिक शिक्षा समिति