अनलॉक 1.0 के बाद शहर में खुले बाजारों ने संक्रमण की दर को काफी बढ़ा दिया है। सबसे पहले हीरा बाजारों से संक्रमितों के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ था। स्थिति यह हुई कि मनपा प्रशासन को सख्ती बरतते हुए कई हीरा कारखानों को बंद कराना पड़ा तो कई इलाकों को क्लस्टर में लेने के कारण हीरा बाजार बंद हो गए। हीरा बाजार में संक्रमितों के मिलने का सिलसिला थमा भी नहीं था कि अब कपड़ा बाजार से संक्रमितों का सामने आना शुरू हो गया है। इसे देखते हुए मनपा प्रशासन की सेंट्रल जोन टीम ने मार्केट्स में पहुंचकर सर्वे भी शुरू किया था।
संक्रमितों के सामने आने के बाद मनपा प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए सूरत टेक्सटाइल मार्केट में पांच दुकानें बंद कराई हैं। इसके साथ ही अभिषेक और तिरुपति मार्केट से भी एक-एक दुकान बंद कराने की जानकारी मिली है। अधिकारियों के मुताबिक इसके बाद भी कारोबारी सतर्क नहीं हुए और बाजार में संक्रमितों के मिलने का सिलसिला आगे बढ़ा तो आने वाले दिनों में हीरा बाजार की तरह यहां भी कपड़ा मार्केट्स को बंद कराने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। फोस्टा महामंत्री चंपालाल बोथरा ने बताया कि मौजूदा परिस्थिति में कारोबारियों को सतर्कता बरतने की जरूरत है। इसके लिए नए सिरे से परिपत्र जारी कर मार्केट्स एसोसिएशनों को एसओपी का पालन कराने के लिए कहा गया है।
यह है वजह शहर का कपड़ा बाजार भले रिंगरोड पर हो, लेकिन यहां कारोबार कर रहे लोग शहरभर में फैले हैं। ऐसे में शहर के किसी भी क्षेत्र में रह रहा कपड़ा कारोबार से जुड़ा कोई व्यक्ति जब संक्रमित होता है तो टैक्सटाइल मार्केट्स सबसे पहले निशाने पर आते हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में रह रहे व्यक्ति पूरे मार्केट की संभावनाओं पर विराम लगा देते हैं। कपड़ा कारोबारियों ने सावधानी नहीं बरती और स्थिति बिगड़ी तो आने वाले दिनों में नतीजा पूरे कपड़ा कारोबार को भुगतना पड़ेगा।